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Fight Against Coronavirus: अफवाहों से घबराएं नहीं, धनबाद में खाली पड़े हैं वेंटिलेटर, प्रशासन हर स्थिति से निपटने को तैयार

धनबाद में 777 नन आइसीयू बेड 180 आइसीयू बेड 56 वेंटिलेटर उपलब्ध है। नन आइसीयू में 367 बेड ऑक्सीजन सपोर्ट के साथ हैं। 56 में ऑक्सिजन कन्सन्ट्रेटर 311 में बी टाइप ऑक्सिजन सिलेंडर है। नन आईसीयू के 694 तथा आईसीयू के 79 बेड मरीजों के उपचार के लिए उपलब्ध हैं।

By MritunjayEdited By: Published: Mon, 19 Apr 2021 08:22 AM (IST)Updated: Mon, 19 Apr 2021 08:22 AM (IST)
Fight Against Coronavirus: अफवाहों से घबराएं नहीं, धनबाद में खाली पड़े हैं वेंटिलेटर, प्रशासन हर स्थिति से निपटने को तैयार
धनबाद के उपायुक्त उमाशंकर सिंह ( फाइल फोटो)।

धनबाद, जेएनएन। कोरोना की दूसरी लहर जानलेवा साबित हो रही है। धनबाद में हर रोज कोरोना संक्रमित मरीजों की माैत हो रही हैं। कई ऐसे मामले भी सामने आ रहे हैं कि एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल में मरीज चक्कर काटते रह जाते हैं और अंत में दम निकल जाता है। कभी धनबाद में सभी वेंटिलेटर फुल होने और वेंटिलेटर के अभाव में तो कभी ऑक्सीजन के अभाव में मरीजों के दम तोड़ने की बातें सामने आ रही हैं। इन बातों को आधा हकीकत आधा फसाना कहा जा सकता है। यहां की स्वास्थ्य व्यवस्था बहुत खराब नहीं कही जा सकती है। आवश्यकतानुसार व्यवस्था में लगातार सुधार की जा रही है। धनबाद के उपायुक्त उमाशंकर सिंह ने कहा है कि पैनिक होने की जरूरत नहीं है। बेड और वेंटिलेटर की कमी नहीं है।

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180 बेड और 56 वेंटिलेटर उपलब्ध

धनबाद के उपायुक्त सह जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार के अध्यक्ष उमा शंकर सिंह ने रविवार की संध्या गूगल मीट के माध्यम से निजी अस्पतालों में बेड की उपलब्धता के संबंध में ऑनलाइन प्रेस वार्ता करके मीडिया को कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए उपलब्ध आइसीयू बेड, नॉन आईसीयू बेड, वेंटिलेटर सहित अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि जिले में 777 नन आइसीयू बेड, 180 आइसीयू बेड, 56 वेंटिलेटर उपलब्ध है। नन आइसीयू में 367 बेड ऑक्सीजन सपोर्ट के साथ है।  इसमें से 56 में ऑक्सिजन कन्सन्ट्रेटर, 311 में बी टाइप ऑक्सिजन सिलेंडर है। वर्तमान में नन आईसीयू के 694 तथा आईसीयू के 79 बेड संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए उपलब्ध हैै। साथ ही जिले में 56 वेंटिलेटर की सुविधा भी है। वेंटिलेटर पर अति गंभीर संक्रमित मरीजों का उपचार किया जाता है।

777 बेड के पास ऑक्सीजन सुविधा मुहैया कराने की तैयारी

उपायुक्त ने कहा कि कोरोना की वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए सभी 777 बेड के पास ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए विभिन्न संस्थाओं से सहयोग लिया जा रहा है। गत वर्ष भी निजी संस्थानों ने जिला प्रशासन को काफी सहयोग प्रदान किया था और आगे भी उनका सहयोग मिलता रहेगा। उन्होंने कहा कि अति गंभीर मरीजों के लिए रेमडेसीवर की आवश्यकता पड़ती है। यदि इसकी कालाबाजारी करने की शिकायत मिलेगी तो जिला प्रशासन संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा। उन्होंने लोगों से अपील की कि इसकी कालाबाजारी करने वाले की सूचना प्रशासन से साझा करें।

मैनपावर बढ़ाने के लिए बनाई गई कमेटी

उपायुक्त ने बताया कि कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए मैनपावर बढाना आवश्यक है। इसलिए निजी चिकित्सकों की सेवा लेने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए 5 सदस्य कमेटी बनाई गई है। जिसमें वरीय चिकित्सक, आईएमए के सचिव, सिविल सर्जन शामिल है। इसके लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित किया जाएगा। सेवा देने वाले विशेषज्ञ चिकित्सक को प्रतिमा ₹1.50 लाख तथा एमबीबीएस को ₹1.05 लाख का भुगतान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन उम्मीद करता है कि निजी चिकित्सक इसमें रूचि लेकर अपना सहयोग प्रदान करेंगे। उपायुक्त ने बताया कि आगामी 25-26 अप्रैल तक सदर अस्पताल में 60 बेड था पीएमसीएच कैथ लैब में 30 अप्रैल तक 20 बेड मरीजों के उपचार के लिए तैयार हो जाएंगे। साथ ही बताया कि अब कोविड 19 के मिलते जुलते लक्षण वालों को भी बिना जांच के अस्पताल में भर्ती ले लिया जाएगा। कोरोना के नए वायरस के कारण लोगों को ऑक्सीजन सपोर्ट की आवश्यकता पड़ती है।

कोविड से बचाव के नियमों का पालन करें

सिंह ने जिले के लोगों से अपील करते हुए कहा कि जब भी घरों से बाहर निकले मास्क पहने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें, बारंबार अपने हाथों को साफ रखें, भीड़भाड़ में जाने से परहेज़ करें, घर के बुजुर्ग, बीमार व्यक्ति, गर्भवती महिलाएं, 10 वर्ष से छोटी उम्र के बच्चे अनावश्यक रूप से घरों से बाहर ना निकले। लोग समय पर वैक्सीनेशन सेंटर जाकर वैक्सीन अवश्य ले। पिछले वर्ष लोगों के सहयोग से कोरोना पर काबू पा लिया गया था। इस बार भी सभी के सहयोग से हम सब साथ मिलकर इस चुनौती को भी हरा देंगे। जिला प्रशासन लोगों की सुरक्षा के लिए कृत संकल्प है। मेडिकल फैसिलिटी को निरंतर बढ़ाने और बेहतर करने के लिए प्रयत्नशील है। लोगों को अनावश्यक रूप से घबराने की जरूरत नहीं। राज्य सरकार और जिला प्रशासन की गाइडलाइन, सूचना एवंं निर्देशों का पालन करते रहे और अपने को सुरक्षित रखें।


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