Dhanbad Police Line में दो महिला हवलदारों के बीच झोंटा-झोंटी, नक्सल इलाके में भेजने पर हुईं शांत
Dhanbad Police Line ऐसा नजारा कम ही देखने को मिलता है जैसा कि धनबाद पुलिस लाइन में देखने को मिला। दो महिला पुलिसकर्मी एक-दूसरे के साथ मारपीट और झोंटा-झोंटी की। इस मारपीट के दाैरान एक महिला हवलदार का पति भी शामिल था। उसने भी हाथ-पैर चलाए।
धनबाद, जेएनएन। धनबाद पुलिस लाइन में ऐसा तमाशा इससे पहले कभी नहीं हुआ। पुलिसकर्मियों के बीच मारपीट और तनाव की घटनाएं कई बार घट चुकी हैं। लेकिन बुधवार को तो हद हो गया। दो महिला हवलदार ही आपस में भिड़ गई। दोनों के बीच मारपीट हुई। झोंटा-झोंटी हुई। एक के पतिदेव भी इस झोंटा-झोंटी में शरीक हो गए। उन्होंने अपनी पत्नी की हाैसलाअफजाई करते हुए दूसरे महिला हवलदार पर हाथ-लात चलाए। यह जब घटना घटी तो पुलिस लाइन में सैकड़ों पुलिसकर्मी माैजूद थे। लेकिन कोई बीच-बचाव करने नहीं जा रहा था। सब के सब तमाशबीन बने हुए थे। बाद में वरीय पुलिस अधिकारियों ने दोनों को नक्सल प्रभावित क्षेत्र टुंडी में ड्यूटी लगाने की चेतावनी दी इसके बाद ठंडा पड़ गईं।
मारपीट में एक हवलदार का पति भी शरीक
दोनों महिला हलवदारों के बीच जब मारपीट और झोंटा-झोंटी हो रही थी तो पुलिस लाइन का नजारा जिसने भी देखा गया वह हैरान रह गया। नजारा था कि एक महिला हवलदार अपने पति के साथ मिलकर दूसरे महिला हवलदार की जमकर पिटाई कर रही थी। सड़क पर एक-दूसरे के बाल पकड़कर घूसा-लात से मारपीट हुई। समाज को सुरक्षित रखने का दावा करनेवाले पुलिसकर्मी खुद अपनी सुरक्षा करने में असमर्थ दिख रहे थे। महत्वपूर्ण बात है कि दोनों महिला हवलदारों के बीच झगड़ा छुड़ाने के लिए भी कोई सामने नहीं आ रहा था। काफी देर तक दोनों के बीच मारपीट हुई, पर छुड़ानेवाला भी नहीं था। बल्कि पुलिसकर्मी मोबाइल पर वीडियो बनाने में व्यस्त दिखे।
एक हवलादर की आंख में गंभीर चोट
एक पक्ष से महिला हवलदार कलवा देवी को आंख में गंभीर चोटें भी आई है। वहीं दूसरे पक्ष से मारपीट करनेवालों में महिला हवलदार प्रभा देवी व उसका पति पिंटू पासवान का नाम सामने आ रहा है। घटना बुधवार की सुबह सात बजे के करीब घटी लेकिन मामले में कोई पक्ष थाना नहीं गया। पुलिस लाइन के अधिकारी तक जब मारपीट की बात पहुंची तो उन्होंने दोनों को चेतावनी दी कि अगर मामला थाना या किसी सीनियर तक पहुंचेगा तो दोनों को टुंडी में ड्यूटी के लिए भेज दिया जाएगा। महत्वपूर्ण बात है कि मेंस एसोसिएशन जिला शाखा के एक वरीय पदाधिकारी भी इस मामले को सलटाने में काफी सक्रिय दिखे। इस कारण दोनों में किसी ने एक-दूसरे के खिलाफ न तो एसएसपी से शिकायत की और न ही धनबाद थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई।