Shramik Special: राजनीति के बाद भी राहत नहीं, 11.54 लाख चुकता कर सूरत से धनबाद पहुंचे 1614 प्रवासी
मंगलवार को मंगलुरू से आई ट्रेन के मजदूरों से ट्रेन के साथ-साथ बस का भी किराया लिया गया था। बुधवार को सूरत से धनबाद आई श्रमिक स्पेशल ट्रेन के मजदूरों से भी रेल किराया वसूला गया।
धनबाद, जेएनएन। लॉकडाउन में फंसे प्रवासी मजदूरों से श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से घर वापसी के दाैरान किराया वसूली को लेकर खूब राजनीति हुई। विपक्ष ने केंद्र सरकार और रेलवे पर हमला किया। रेलवे ने सफाई दी कि यात्रियों से किराया नहीं लिया जा रहा है। इसके बावजूद प्रवासी मजदूरों को राहत नहीं मिली है। उन्हें घर वापसी के लिए किराया का भुगतान करने के बाद ही टिकट मिल रहा है। हालांकि यह और बात है कि टिकट रेल काउंटर पर नहीं मिल रहा है। संबंधित राज्यों में सरकार के नोडल पदाधिकारी और ठेकेदार मिलकर किराए की वसूली कर रहे हैं।
सूरत से धनबाद का प्रति श्रमिक 715 रुपये किराया वसूला गया
मंगलवार को मंगलुरू से आई ट्रेन के मजदूरों से ट्रेन के साथ-साथ बस का भी किराया लिया गया था। बुधवार को सूरत से धनबाद आई श्रमिक स्पेशल ट्रेन के मजदूरों से भी रेल किराया वसूला गया। धनबाद पहुंचे मजदूरों ने बताया कि हर श्रमिक से किराए के तौर पर ₹715 लिए गए । यानी 1614 मजदूरों से 11 लाख 54 हजार रुपए वसूला गया।
सुबह 11.40 बजे धनबाद पहुंची श्रमिक स्पेशल ट्रेन
धनबाद के 46 सहित झारखंड और बिहार के विभिन्न जिलों के 1614 श्रमिकों को लेकर सूरत से विशेष ट्रेन संख्या 09307 बुधवार को दिन के 11.40 बजे धनबाद पहुंची। 24 बोगियों वाली विशेष ट्रेन में धनबाद, गिरिडीह, पलामू, रांची सहित झारखंड के विभिन्न जिलों तथा बिहार के भागलपुर व जमुई के 1614 प्रवासी श्रमिक धनबाद पहुंचें। प्रवासी श्रमिकों को सबसे आगे और सबसे पीछे वाली एक साथ 2 बोगियों से शारीरिक दूरी बनाकर प्लेटफार्म पर उतारा गया। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा थर्मल स्क्रीनिंग की गई। सैनिटाइजर से हैंड वॉश कराए गए और मास्क दिया गया। फूड पैकेट एवं पानी देकर उन्हें संबंधित जिले की बसों में बैठाया गया। उपायुक्त अमित कुमार के निर्देश पर धनबाद के 46 प्रवासी श्रमिकों को इंस्टीट्यूशनल कोरंटाइन सेंटर में भर्ती कराया जाएगा।
यहां के पहुंचे प्रवासी श्रमिक
धनबाद के 46, हजारीबाग के 158, बोकारो के 17, चतरा 6, देवघर के 171, दुमका के 10, गिरिडीह के 1100, गोड्डा के 9, जामताड़ा के 11, कोडरमा के 41, पलामू के 22, रांची के 2, सरायकेला के 1, बिहार के भागलपुर के 2 और जमुई के 1 तथा अन्य 17 श्रमिक धनबाद पहुंचे।
प्रवासी श्रमिकों को संबंधित जिले में भेजने के लिए 71 वाहनों का किया गया प्रबंध
धनबाद सहित झारखंड के विभिन्न जिलों के प्रवासी श्रमिकों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए उपायुक्त अमित कुमार के निर्देश पर जिला परिवहन पदाधिकारी ओम प्रकाश यादव ने 67 वाहनों का प्रबंध किया।