गंगा-दामोदर व गंगा-सतलज एक्स. का इमरजेंसी कोटा घटा
धनबाद से खुलने वाली गंगा-दामोदर और गंगा-सतलज एक्सप्रेस का इमरजेंसी कोटा कम कर दिया गया है। इससे पहले इन दोनों के साथ धनबाद से खुलने वाली सभी ट्रेनों में से 77 आपात कोटा कम किए गये थे।
तापस बनर्जी, धनबाद : धनबाद से खुलने वाली गंगा-दामोदर और गंगा-सतलज एक्सप्रेस का इमरजेंसी कोटा कम कर दिया गया है। इससे पहले इन दोनों के साथ धनबाद से खुलने वाली सभी ट्रेनों में से 77 आपात कोटा कम किए गये थे। अब धनबाद से पटना जानेवाली गंगा-दामोदर एक्सप्रेस में स्लीपर का 20 इमरजेंसी कोटा को घटाकर 18 कर दिया गया। धनबाद से फिरोजपुर जानेवाली गंगा-सतलज एक्सप्रेस में स्लीपर का कोटा 16 था, जो अब 10 ही रह गया है। पूर्व मध्य रेल क्षेत्रीय सलाहकार समिति सदस्य पिटू सिंह ने कहा कि इस मामले में महाप्रबंधक से मिलकर पुनर्विचार का दबाव बनाएंगे।
पहले इन ट्रेनों में कम किए गए थे कोटा
- धनबाद-कोल्हापुर दीक्षाभूमि एक्सप्रेस से स्लीपर और थर्ड एसी मिलाकर 24
- धनबाद पटना गंगा-दामोदर एक्सप्रेस से स्लीपर और थर्ड एसी मिलाकर 12
- धनबाद-अलेप्पी एक्सप्रेस से स्लीपर में 13
- धनबाद फिरोजपुर गंगा-सतलज एक्सप्रेस से सेकेंड एसी से स्लीपर तक 18
- धनबाद-पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस में सेकेंड व थर्ड एसी से 10
मौर्य एक्सप्रेस से आपात कोटा पूरी तरह हटा : धनबाद से गुजरने वाली हटिया-गोरखपुर मौर्य एक्सप्रेस से आपात कोटा पूरी तरह हटा दिया गया। पहले नियमित चलने वाली ट्रेन में स्लीपर और एसी दोनों में ही आपात कोटा था। अब 20 नवंबर से स्पेशल बनकर शुरू हुई ट्रेन में धनबाद से आपात कोटा नहीं दिया गया है। इससे यात्रियों के साथ-साथ कर्मचारियों की भी परेशानी बढ़ गई है। कालका मेल में नहीं चुकाना होगा ज्यादा किराया, हाथरस स्टेशन से हटा ठहराव : सात दिसंबर से चलने वाली हावड़ा कालका मेल में शुक्रवार की सुबह से टिकटों की बुकिग शुरू हो गई। शादी विवाह के सीजन की वजह से ज्यादातर ट्रेनें फुल हैं। इसलिए बुकिग शुरू होते ही तेजी से सीटें भरने लगीं। फिलहाल सिर्फ हावड़ा से चलने वाली ट्रेन के लिए आरक्षण उपलब्ध है। नौ दिसंबर से कालका से चलने वाली ट्रेन के लिए टिकटों की बुकिग की अनुमति अभी नहीं मिली है। रेलवे ने इस ट्रेन के टाइम टेबल में भी बदलाव किया है। इसके साथ ही ठहराव में भी कटौती की है। कालका मेल अब उत्तर प्रदेश के हाथरस स्टेशन पर नहीं रुकेगी। वापसी में इस ट्रेन का ठहराव दिल्ली के आदर्श नगर स्टेशन पर भी दिया गया है। स्पेशल ट्रेनों का किराया जहां अधिक चुकाना पड़ रहा है, वहीं कालका मेल के यात्रियों को बढ़े हुए किराए से राहत दी गई है। इस ट्रेन में सफर करने वालों को पहले की तरह सामान्य किराया ही चुकाना होगा।
इस ट्रेन में 24 कोच जुड़ेंगे। एसी फर्स्ट और सेकेंड का मिश्रित कोच एक, सेकेंड एसी के तीन, थर्ड एसी के तीन और स्लीपर के 11 कोच जुड़ेंगे। जनरल के तीन कोच होंगे। इनमें सेकेंड सीटिग की व्यवस्था रहेगी। यानी यात्रियों को आरक्षण कराकर ही बैठना होगा। पैंट्री कार और एसएलआरडी कोच भी जुड़ेंगे।