टुंडी में हाथियों ने ली दो मासूमों की जान, महिला गंभीर
टुंडी : टुंडी थाना क्षेत्र से दस किलोमीटर दूर लुकैया पंचायत के दोमुंडा गांव में बुधवार रात हाथियो
टुंडी : टुंडी थाना क्षेत्र से दस किलोमीटर दूर लुकैया पंचायत के दोमुंडा गांव में बुधवार रात हाथियों के झुंड ने किस्टो मल्हार के घर पर हमला बोल दिया। घर की दीवार तोड़ कर एक क्विंटल चावल खा गए। इधर, दीवार के मलबे में दबकर दो बच्चों की मौत हो गई जबकि एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। उसे पीएमसीएच में भर्ती कराया गया है। घटना से क्षेत्र में दहशत व्याप्त है। टुंडी में अचानक जंगली हाथियों के आने से करीब 50 गांवों के लोग रतजगा पर विवश हैं।
ग्रामीण बताते हैं कि बुधवार को पूर्वी टुंडी इलाके में 18 हाथियों का झुंड देखा गया। रात होने पर हाथियों का झुंड पश्चिम टुंडी की तरफ बढ़ गया। हाथी दुर्गाडीह गांव के समीप भालपहाड़ी नया प्राथमिक विद्यालय का दरवाजा तोड़कर एक ¨कवटल चावल खा गए। इसके बाद पहाड़ी तराई क्षेत्र के दोमुंडा गांव पहुंच गया।
पीएमसीएच में इलाजरत महिला ने बताया कि कटहल व चावल का सुगंध पाकर हाथियों ने किस्टो मल्हार के घर की दीवार तोड़ दी। घर में खटिया पर सो रहे किस्टो मल्हार की पुत्री ¨चतामुनि कुमारी (11) व विनोद मल्हार का पुत्र संजीव मल्हार (6) व कुमुदिनी मल्हार (50) मलबे से दब गए। चिंतामुनि की वहीं मौत हो गई, जबकि घायल संजीव को लेकर महिला भागने लगी। बच्चा लेकर भाग रही महिला को देख हाथियों ने उनपर हमला कर दिया। बच्चे को पैर से किक मार दिया जबकि महिला को सूंड़ से उछाल दिया। हाथी के प्रहार से बच्चे की मौत हो गई जबकि महिला गंभीर रूप से घायल हो गई।
आधे घंटे में पहुंची मशालची टीम
घटना की सूचना टुंडी पुलिस को दी गई। लेकिन पुलिस ना तो पहुंची ना ही कोई कार्रंवाई की। लोगों ने धनबाद महिला थाना एवं वन विभाग को भी सूचित किया। लगभग आधे घंटे के बाद टुंडी वन विभाग का मशालची टीम गांव पहुंची। तब तक हाथी आगे बढ़ चुके थे। टीम ने घायल महिला को लेकर इलाज के लिए धनबाद पीएमसीएच में भर्ती कराया। श्राद्ध भोज के लिए जुटाई गई थी सामग्री
परिजनों ने बताया कि छह दिनों पूर्व किस्टो मल्हार की माता दिदीमुनी मल्हारिन का देहांत हो गया था। उसीको लेकर सभी बच्चे एकट्ठा घर में सोये हुए थे। जहां सभी लोग सोए थे। वहां श्राद्ध भोज के लिए मंगाया गए चावल का पॉकेट रखा था। बगल के कटहल पेड़ पर कटहल पका था। इसकी सुगंध पर हाथियों का झुंड उस ओर आ गया। डीजे के शोर में नहीं सुन सके मौत की आहट
ग्रामीणों ने बताया कि कुछ ही दूरी पर मंजुडा मरांडी के पुत्र नेपाल मरांडी के विवाह समारोह के अवसर पर डीजे बज रहा था। डीजे के शोर के कारण हाथियों की झुंड की आने की भनक लोगों को नहीं मिल पाई। घटना के बाद टुंडी पुलिस पहुंची व दोनों बच्चों के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए धनबाद भेज दिया। घटना के बाद दोपहर को टुंडी विधायक राजकिशोर महतो, हलधर महतो, टुंडी बीडीओ महेश्वरी प्रसाद यादव टुंडी रेंजर शशिभूषण प्रसाद गुप्ता, थाना प्रभारी केश्वर साहु पहुंचे। वन विभाग की ओर से मृतक के परिजनों को तत्काल 25-25 हजार रुपये दिए गए। बीडीओ द्वारा 50-50 किलो चावल दिया गया। विधायक ने घटनास्थल पर सौर उर्जा लाइट एवं एक चबूतरा निर्माण का अश्वासन दिया। वनविभाग के रेंजर ने कहा कि प्रशासनिक प्रक्रिया पूरी होने पर तीन लाख पच्चीस हजार करके दोनों के परिजनों को दिया जाएगा। सांसद रवीन्द्र पांडेय ने इस संबंध में उपायुक्त तथ जिला प्रमंडल से बात कर प्रशासनिक प्रक्रिया जल्द पूरी कर परिजनों को मुआवजे की मोटी रकम देने तथा दोनों के परिजनों को एक-एक प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास देने की मांग की। अभी कहां हैं हाथी
वन विभाग के अनुसार हाथियों का झुंड बिरंची तालाब से उठकर टुंडी पहाड़ में है।
झुंड से एक हाथी के बिछड़ जाने की चर्चा भी जोरों पर है। इसको लेकर भलपहाड़ी के ग्रामीण काफी भयभीत हैं। हालांकि इसकी पुष्टि वन विभाग द्वारा नहीं की गई। ----------------------------
यह घटना अचानक हुई। हाथियों ने मशालचियों को चकमा देकर भौगोलिक परिस्थिति का लाभ उठाकर आगे बढ़ जाने की वजह से घटी। हाथियों के झुंड पर निगाह रखने के लिए टुंडी की 12 सदस्यीय टीम व बोकारो पेटवार स स्पेशल आपातकालीन टीम बुलाई गई है।
--- शशिभूषण प्रसाद गुप्ता, वनक्षेत्र पदाधिकारी, टुंडी