डेढ़ माह बाद जसीडीह-बांका रूट पर दौड़ेगी इलेक्ट्रानिक ट्रेन
देवघर स्टेशन पर डीआरएम ने कहा कि विद्युतीकरण का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। एक सप्ताह में कमिश्नर रेलवे सेफ्टी (सीएसआर) से रेल इंजन परिचालन की अनुमति मिल जाएगी। संभावना है कि डेढ़ महीने के बाद पहली विद्युत ट्रेन का परिचालन शुरू होगा।
जागरण संवाददाता, देवघर। जसीडीह-बांका और जसीडीह दुमका रेलखंड पर विद्युतीकरण का काम लगभग पूरा हो चुका है। मंगलवार को डीआरएम आसनसोल परमानंद शर्मा ने देवघर एवं कटोरिया रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया और विद्युतीकरण के कार्यों को देखा। इस दौरान देवघर स्टेशन पर डीआरएम ने कहा कि विद्युतीकरण का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। एक सप्ताह में कमिश्नर रेलवे सेफ्टी (सीएसआर) से रेल इंजन परिचालन की अनुमति मिल जाएगी। पूरी संभावना है कि डेढ़ महीने के बाद इस रेलखंड पर पहली विद्युत ट्रेन का परिचालन शुरू हो जाएगा। डीआरएम ने कहा कि विद्युतीकरण के कार्यों को देखा गया है। अब सीएसआर का निरीक्षण होगा।
जानकारी हो कि डीआरएम आसनसोल ने देवघर और कटोरिया स्टेशन का निरीक्षण यात्री सुरक्षा के लिहाज से किया। पैनल रूम को देखा और अधिकारियों से बातचीत की। इन दोनों स्टेशन के बीच दो आरओबी के गार्डर को देखा। करझुआ और ककवारा के बीच के आरओबी का भी निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में निकलने से पहले बाबा बैद्यनाथ की पूजा-अर्चना की।
रेलवे सूत्रों के मुताबिक जसीडीह बांका रेल लाइन का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। नवनिर्मित विद्युतीकरण रेल लाइन का ट्रायल भी सफल रहा है। अब सीएसआर के निरीक्षण के बाद जो कमियां दिखेगी उसे दूर किया जाएगा। सीएसआर से क्लियरेंस के बाद पहली विद्युत ट्रेन चलने लगेगी। अब लोगों को इंतजार है कि जल्द इस लाइन पर भी बिजली वाली ट्रेन चले। जनता को जल्द ही यह सौगात मिलने वाली है। बताया जा रहा है कि रेलवे स्टेशन के बाहर पड़े उद्यान को पार्क के रूप में विकसित किया जा सकता है। मौके पर स्टेशन मास्टर विभूति शर्मा, आरपीएफ के जवान एवं रेलवे के अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।