आत्महत्या करने के लिए पटरी पर लेटे शराबी के ऊपर से गुजर गई ट्रेन, फिर भी नहीं गई जान Giridih News
Elderly tried to commit suicide हजारीबाग रोड रेलवे स्टेशन तथा गड़ैया-बिहार हॉल्ट के बीच रेलवे पटरी पर गुरुवार रात करीब 8 बजे एक शव पड़ा रहने की सूचना रेलवे को मिली। इसकी सूचना सरिया थाना को दी गई।
गिरिडीह, जेएनएन। कभी-कभी आदमी माैत के मुंह से भी बाहर निकल आता है और हम सब चम्तकार कहते हैं। ऐसा ही चमत्कार गुरुवार की रात 8 बजे धनबाद रेल मंडल के हजारीबाग रोड रेलवे स्टेशन तथा गड़ैया बिहार हॉल्ट के बीच पटरी पर हुआ। शराब के नशे में 55 वर्षीय महादेव दास आत्महत्या कनरे के लिए पटरी पर लेट गया। उसके ऊपर से ट्रेन गुजर गई। फिर भी उसकी जान नहीं गई। उसे हल्की चोटें आईं। सरिया पुलिस ने दास को इलाज के लिए गिरिडीह जिले के बगोदर अस्पताल में भर्ती कराया। प्राथमिक उपचार के बाद उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
पटरी पर शव पड़े होने की सूचना पर पुलिस पहुंची तो जिंदा निकला
हजारीबाग रोड रेलवे स्टेशन तथा गड़ैया-बिहार हॉल्ट के बीच रेलवे पटरी पर गुरुवार रात करीब 8 बजे एक शव पड़ा रहने की सूचना रेलवे को मिली। इसकी सूचना सरिया थाना को दी गई। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी रामनारायण चौधरी ने पुलिस को घटना स्थल पर भेजा। पुलिस ने पटरी पर लेटे व्यक्ति की जांच की तो वह जिंदा निकला। उसे उठाकर बगोदर अस्पताल में पहुंचा गया।
गुस्से में घर से आत्महत्या करने के लिए निकला था
थाना प्रभारी ने बताया कि जिस व्यक्ति का शव रेलवे पटरी पर पड़े होने की सूचना मिली थी, वह व्यक्ति सरिया थाना क्षेत्र के चरकी पहरी निवासी महादेव दास था। वह शराब के नशे में था। पुलिस के पूछने पर बताया कि वह आत्महत्या करने के लिए घर से निकला था। डाउन लाइन में दो रेलवे पटरियों के बीच औंधे मुंह वह सो गया, लेकिन रेल गाड़ी आते देख उसे मौत से भय हो गया। इस कारण चिपककर दोनों पटरियों के बीच लेटा रहा। इस बीच ट्रेन के आने के कारण सिर पर हल्की चोटें आईं। सरिया पुलिस ने इलाज के लिए उसे बगोदर अस्पताल पहुंचाया। इसी बीच परिजनों को सूचना दी गई तथा पुलिस ने उक्त व्यक्ति को उसके परिजनों को सुपुर्द कर दिया।