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फिर लटका आठ लेन सड़क निर्माण पर फैसला

धनबाद उपायुक्त उमा शंकर सिंह की अध्यक्षता में मंगलवार को सर्किट हाउस में विश्व बैंक की सह

By JagranEdited By: Published: Wed, 16 Sep 2020 02:28 AM (IST)Updated: Wed, 16 Sep 2020 05:15 AM (IST)
फिर लटका आठ लेन सड़क निर्माण पर फैसला
फिर लटका आठ लेन सड़क निर्माण पर फैसला

धनबाद :

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उपायुक्त उमा शंकर सिंह की अध्यक्षता में मंगलवार को सर्किट हाउस में विश्व बैंक की सहायता से बनने वाली काको चौक से गोल बिल्डिग तक की 20 किमी लंबी सड़क पर चर्चा की गई। पावर प्वाइंट प्रस्तुतीकरण के माध्यम से यूटिलिटी कॉरिडोर, ड्रेन, साइकिल ट्रैक, सर्विस रोड पर तकनीकी जानकारी दी गई। हालांकि बैठक में जुडको महाप्रबंधक (पब्लिक व‌र्क्स) तथा सूडा के उप निदेशक अनुपस्थित थे। इस कारण अब अगले सप्ताह फिर बैठक होगी। तब सड़क पर विस्तृत चर्चा होगी। मंगलवार को सड़क निर्माण पर कोई हल नहीं निकला।

दरअसल बैठक में आठ लेन सड़क के भविष्य का निर्णय होना है। तय होगा कि सड़क बनेगी या नहीं। क्या और कम लागत कर इसे बनाया जा सकता है। सड़क के कुछ हिस्सों में क्या कटौती हो सकती है। इस पर गहन मंथन होना है। 417 करोड़ की विश्व बैंक पोषित इस सड़क की लागत पहले ही कम हो चुकी है। गोल बिल्डिग से लेकर कांको चौक तक यह सड़क 337 करोड़ रुपये में बनेगी। 220 करोड़ रुपये मिल चुके हैं। इसमें से 60 करोड़ रुपये स्टेट हाइवे अथॉरिटी ऑफ झारखंड यानी साज को स्थानांतरित हो चुके हैं। 160 करोड़ रुपये अभी भी जिले में पड़े हैं। दोनों कंस्ट्रक्शन कंपनियों शिवालय कंस्ट्रक्शन कंपनी और त्रिवेणी कंस्ट्रक्शन को नौ करोड़ रुपये का भुगतान भी कर दिया गया है।

20 किमी की सड़क में बन चुके है गड्ढे :

काम बंद होने के बाद सड़क के दोनों किनारे बड़े-बड़े गड्ढे, नाला निर्माण में प्रयोग किया जाने वाला सरिया, कहीं मिट्टी तो कहीं कंक्रीट बिछी दिख रही है। गाड़ी तो छोड़िए, जरा सा कदम लड़खड़ाने पर गिरना तय है। पुल बनाने के लिए इतने बड़े गड्ढे खोदे गए हैं कि अगर गलती से चले गए तो बिना चार आदमी कोई निकाल भी न पाएगा। नगर आयुक्त सत्येंद्र कुमार, स्टेट हाइवे ऑथोरिटी ऑफ झारखंड के कार्यपालक अभियंता सह नोडल पदाधिकारी ए कुमार, जुडको के उप परियोजना निदेशक उत्कर्ष मिश्रा आदि थे।


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