दुष्कर्म प्रकरण के बाद कोऑर्डिनेटर जोसेफ आए सामने, कहा-डिनोबली को परेशान न किया जाय Dhanbad News
जेरी ने कहा कि डीनएस कोराडीह का मामला न्यायिक विचाराधीन है हम लोग इसमें पुलिस को सहयोग कर रहे हैं। लेकिन शिक्षा विभाग सभी स्कूलों के भविष्य पर सवाल उठा रहा है।
धनबाद, जेएनएन। डिनोबिली स्कूल ग्रुप के वरीय सदस्य फादर जेरी एवं आइसीएसई के कोऑडिनेटर जोसेफ केए ने शिक्षा विभाग की ओर से की जा रही एकतरफा कार्रवाई पर प्रतिक्रिया दी। बुधवार को डीएनएस सीएमआरआइ में आयोजित पत्रकार वार्ता में फादर जेरी ने कहा कि डिनोबिली स्कूल की शुरुआत धनबाद में 74 साल पहले हुई थी। इसके बाद धीरे-धीरे अन्य डिनोबिली भी धरातल पर उतरे, इन्हें भी 40 से 45 साल हो गए हैं। यहां से निकले छात्र-छात्राएं आज देश-विदेश में नाम कमा रहे हैं, लेकिन हाल की घटनाओं ने स्कूल प्रबंधन, अभिभावकों एवं छात्रों के बीच डर पैदा कर दिया। बेवजह शिक्षा विभाग सभी डिनोबिली स्कूलों को कटघरे में खड़ा कर रहा है।
जेरी ने कहा कि डीनएस कोराडीह में छात्रा से दुष्कर्म का मामला न्यायिक विचाराधीन है, हम लोग इसमें पुलिस-प्रशासन का हर तरीके से सहयोग भी कर रहे हैं। लेकिन शिक्षा विभाग सभी स्कूलों के भविष्य पर सवाल उठा रहा है। शिक्षा विभाग को यह तक मालूम नहीं कि स्कूल की शुरुआत कब हुई, किसने मान्यता दी और किस बोर्ड से इसकी संबद्धता है। फादर जेरी ने यहां तक कहा कि नेवी के एडमिरल सुरेश मार्कंडेय नोबिलियन रह चुके हैं। भारतीय प्रशासनिक सेवा में भी यहां के कई छात्र शामिल हैं। इसलिए बेवजह सभी डिनोबिली को बदनाम न करें। यदि स्कूल प्रबंधन से कोई गलती हुई है तो बताएं, सुधार करेंगे, धमकी न दें।
उपायुक्त से मिले सभी डीएनएस प्राचार्य शिक्षा विभाग की ओर से हाल ही में मान्यता और कक्षा संचालन को लेकर भेजे गए पत्र के आलोक में सभी डिनोबिली स्कूलों के प्राचार्य उपायुक्त अमित कुमार से मिले। अपना पक्ष रखा और बताया कि प्रशासनिक जांच में सहयोग भी कर रहे हैं। शिक्षा विभाग बेवजह परेशान कर रहा है। इस पर डीसी ने उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया।