हड़ताल से बंद विद्यालयों में योगदान नहीं देंगे नियमित शिक्षक
धनबाद : पारा शिक्षकों की हड़ताल को अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ ने नैतिक समर्थन दिया
धनबाद : पारा शिक्षकों की हड़ताल को अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ ने नैतिक समर्थन दिया है। संघ के महासचिव नंद किशोर सिंह ने नैतिक समर्थन देने का तात्पर्य भी स्पष्ट कर दिया है। पारा शिक्षकों के हड़ताल से बंद हुए विद्यालयों में नियमित शिक्षकों से नहीं जाने की अपील की गई है। सरकार के सेफ्टी वाल्व नहीं बनने की भी नसीहत मिली है। सोमवार को संघ की बैठक जिलाध्यक्ष संजय कुमार की अध्यक्षता में गोल्फ ग्राउंड में हुई। बैठक में पारा शिक्षकों की हड़ताल के कारण बंद हो रहे विद्यालयों में सरकारी शिक्षकों के प्रतिनियोजन पर चर्चा हुई। सभी ने एक स्वर से हड़ताल की वजह से बंद स्कूलों में योगदान नहीं देने का निर्णय लिया। हड़ताल से प्रभावित विद्यालयों में सेवानिवृत्त या अनियोजित टेट पास शिक्षक अभ्यर्थियों से कार्य लेने की मांग की।
संघ ने सभी शिक्षकों से अपील की है कि संघ के निर्णय पर अडिग रहें। अन्य जिलों की तरह यहा भी प्रतिनियोजन कर दिया गया है। अगर शिक्षकों को प्रतिनियोजन का पत्र मिलता भी है तो घबराएं नहीं और न ही योगदान करें। शिक्षक संघ को इसकी जानकारी दें। बैठक के बाद संगठन का एक प्रतिनिधिमंडल डीईओ एवं डीएसई से मिला और अपनी बात रखी। बैठक में राजकुमार वर्मा, मदन मोहन महतो, विनय रंजन तिवारी, अशोक कुमार, संजीव कुमार, नीरज कुमार मिश्रा, कलामुद्दीन, धनंजय भदानी, अमरेंद्र कुमार सिंह, सुनील कुमार, संजीत कुमार पासवान, सुनील राय, संजीव कुमार, प्रदीप चौहान, चंद्र प्रकाश मिश्र, दिनेश कुमार, सुनील प्रामाणिक, श्याम सुंदर पाठक, पप्पू विश्वकर्मा, पंकज कुमार, रामानंद पासवान, अरुण कुमार, जनक लाल विश्वकर्मा, सतीश भदानी मौजूद थे।
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प्रतिनियोजन को लेकर संघ का तर्क
- विभाग सरकारी शिक्षक व पारा शिक्षक के बीच प्रतिनियोजन के बहाने टकराव पैदा करना चाह रहा है, इससे सावधान रहें।
- पारा शिक्षकों के अनिश्चितकालीन हड़ताल से बंद हुए विद्यालयों में वैकल्पिक व्यवस्था के तहत सरकारी शिक्षकों का प्रतिनियोजन किया जा रहा है, यह संगठन के प्रदेश नेतृत्व के निर्णय के प्रतिकूल है।
- अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ पारा शिक्षकों के हड़ताल के कारण बंद विद्यालय में सरकारी शिक्षक प्रतिनियोजन में योगदान नहीं करेंगे।
- इसकी जानकारी शिक्षा विभाग को दे दी गई है, उसके बाद भी कई प्रखंडों से बंद विद्यालय में प्रतिनियोजन किया जा रहा है। यह अझाप्राशिसं के निर्णय के विरुद्ध है।
- राज्य परियोजना निदेशक ने पत्र में स्पष्ट लिखा है कि बंद विद्यालय खोलने के लिए टेट पास व सेवानिवृत्त को ही रखना है।
- यदि नियमित शिक्षक बंद विद्यालय में योगदान देने जाते हैं तो संभावना है कि पारा शिक्षकों से टकराव की स्थिति पैदा हो जाएगी।