Jagarnath Mahto Live: अस्पताल से रिलीज हुए शिक्षा मंत्री, बसंत पंचमी के दिन लौटेंगे झारखंड
शिक्षा मंत्री ने आखिरकार मौत को मात देकर जिंदगी की जंग जीत ली है । चेन्नई के महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर ( एमजीएम ) में इलाजरत शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो मंगलवार रात 9 20 बजे को पूरी तरह स्वस्थ होकर अस्पताल से डिस्चार्ज हो गए ।
भंडारीदह ( बेरमो ), जयशरण पुरी : सूबे के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने आखिरकार मौत को मात देकर जिंदगी की जंग जीत ली है । चेन्नई के महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर ( एमजीएम ) में इलाजरत शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो मंगलवार रात 9: 20 बजे को पूरी तरह स्वस्थ होकर अस्पताल से डिस्चार्ज हो गए ।
एमजीएम से बाहर आकर चिकित्सकों व कर्मियों का अभिवादन करते जगरनाथ महतो (जागरण)
एमजीएम के डॉक्टरों ने उनका लंग्स ट्रांसप्लांट कर एक नया जीवन दिया है । गत सोमवार को उन्हें एमजीएम से छुट्टी मिलनी थी पर डॉक्टरों ने उनका एक जांच रिपोर्ट नही आने पर अस्पताल में ही रोक लिया था । देर शाम रिपोर्ट आया, जिसे देखने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें पूरी तरह से फिट बताकर अस्पताल से छुट्टी दे दी । छुट्टी मिलते ही शिक्षा मंत्री ने इलाज कर रहे डॉक्टरों व देखभाल कर रहे कर्मियों को पुष्पगुच्छ भेंट कर आभार व्यक्त किया । बाहर निकलकर नवजीवन देने वाले एमजीएम अस्पताल को उन्होंने नमन किया ।
चिकित्सक को पुष्पगुच्छ भेंट करते हुए शिक्षा मंत्री (जागरण)
शिक्षा मंत्री चार माह से भी अधिक समय बाद खुले वातावरण में बाहर निकले। बाहर निकलकर वे सीधे एमजीएम के ठीक सामने एक प्राइवेट फ्लैट में पहुंचे हैं । शिक्षा मंत्री इसी फ्लैट में अगले कुछ दिनों तक ठहरेंगे । इससे पूर्व तमिलनाडु सरकार के स्टेट गेस्ट हाउस चेपौक में ठहरने की व्यवस्था की गई थी, पर स्वास्थ्य सुविधा को ध्यान में रखकर अस्पताल के नजदीक ही उन्हें ठहराने की व्यवस्था की गई । सबकुछ सामान्य रहा तो बसंत पंचमी के दिन वे झारखंड लौट सकते हैं । शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने जागरण को फोन कर बताया कि गत 28 सितंबर से ही अस्पताल में भर्ती थे । चार माह से भी अधिक समय तक अस्पताल के एक कमरे में रहा । ठीक होकर अस्पताल से बाहर निकलने की व्याकुलता थी । विभागीय कार्यों के निपटारे व क्षेत्र में जनता की समस्याओं को लेकर प्रतिदिन चिंता रही । कई बड़े फैसले व उसके निर्वहन को लेकर भी मेरा मन व्याकुल रहा । मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मेरे गंभीर अवस्था को देखकर उच्च चिकित्सा प्रदान करने में गंभीरता दिखाई । कृषि मंत्री बादल पत्रलेख भी लगातार अस्पताल से जुड़ें रहें । मुझे जानकारी मिली कि मेरे क्षेत्र सहित राज्य की जनता व मेरे स्वजनों ने पूजा-पाठ कर मेरे बेहतर स्वास्थ्य की कामना की । सैकड़ों लोग चेन्नई मुझे देखने आयें । सभी के स्नेह और कामना की बदौलत आज मैं पूर्ण रूप से स्वस्थ होकर अस्पताल से बाहर निकला हूँ ।
मंत्री जगरनाथ को अस्पताल से बाहर ले जाते कर्मी (जागरण)
जल्द ही झारखंड लौटकर विभागीय कार्य करने की इच्छा है । एमजीएम के डॉक्टर्स ने इलाज के साथ मेरा हौसला बढ़ाया । जिस वजह से मेरे अंदर ऊर्जा का संचार होता गया । अभी मैं बेहतर महसूस कर रहा हूँ । मेरे सभी ऑर्गन के रिपोर्ट सामान्य है । अभी शिक्षा मंत्री के साथ उनके अनुज बासुदेव महतो, पुत्र अखिलेश महतो, भतीजा दिवाकर महतो, मंत्री प्रतिनिधि जयलाल महतो व आप्त सचिव लोकेश्वर महतो देखभाल के लिए उनके साथ हैं । बता दें कि शिक्षा मंत्री अब पूरी तरह ठीक हैं । वजन बढ़ने के साथ उनके अंदर ताकत भी लौटी है । शिक्षा मंत्री गत 28 सितंबर को कोरोना पॉजेटिव हुए थे, जिसके बाद रांची रिम्स में भर्ती हुए । सुधार नहीं होने पर उन्हें मेडिका में भर्ती कराया गया । यहां गंभीरावस्था को देखते हुए मुख्यमंत्री ने एमजीएम के डॉक्टरों से आग्रह कर रांची बुलाया । एमजीएम से डॉक्टरों की टीम ने शिक्षा मंत्री को गत 19 अक्टूबर को एयरलिफ्ट कर चेन्नई एमजीएम में शिफ्ट किया । गत 10 नवंबर को उनका लंग्स ट्रांसप्लांट किया गया ।