ECRKU: धनबाद मंडल में महिला कर्मचारियों की फौज तैयार, सरोज को मिली कमान
महिलाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से नई कमेटी बनी है। अब महिलाओं के कार्यस्थल पर टॉयलेट निर्माण कराने रात्रि पाली में काम करने वाली महिलाओं के लिए सुरक्षा बंदोबस्त रेलवे हॉस्पिटल में रात्रि प्रहरी दफ्तरों में सेक्सुअल हैरासमेंट सेल समेत अन्य मुद्दों पर गंभीरता से आवाज उठेगी।
धनबाद, जेएनएन। रेल प्रशासन से लोहा लेने को महिला रेल कर्मचारियों की नई फौज तैयार हो गई हैं। ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन ने धनबाद रेल मंडल की महिला कमेटी का गठन कर दिया है। महिलाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से नई कमेटी बनी है। अब महिलाओं के कार्यस्थल पर टॉयलेट निर्माण कराने, रात्रि पाली में काम करने वाली महिलाओं के लिए सुरक्षा बंदोबस्त, रेलवे हॉस्पिटल में रात्रि प्रहरी, दफ्तरों में सेक्सुअल हैरासमेंट सेल समेत अन्य मागों के लिए महिला कमेटी रेल प्रशासन से सीधी बात करेंगी।
किसे क्या मिली जिम्मेदारी
- अध्यक्षा - सरोज पन्ना, मुख्य नर्सिंग अधीक्षक,मुख्य चिकित्सा अधीक्षक/धनबाद,
- कार्यकारी अध्यक्षा - लक्ष्मी देवी, मुख्य कार्यालय अधीक्षक, समाडि/धनबाद
- उपाध्यक्षा - रेखा पांडे, मुख्य कार्यालय अधीक्षक, समाडि/ पतरातू एवं विभा सिंह, मुख्य नर्सिंग अधीक्षक,मुख्य चिकित्सा अधीक्षक/धनबाद
- मंडलीय सचिव - मंजू कुमारी, वरीय टेक,समाडि/धनबाद
- संयुक्त सचिव - प्रज्ञा राय, लिपिक, कार्मिक विभाग /धनबाद
- सहायक सचिव-गोपा भट्टाचार्य, कार्यालय अधीक्षक, कार्मिक विभाग/धनबाद एवं सुजाता, टेक, समाडि/ धनबाद
- संगठन मंत्री - रीना बारला, टेक,समाडि/बरकाकाना , सुमित्रा सामंत, टेक, समाडि/बरकाकाना, कंचन कुमारी, ट्रैकमैन, पी डब्ल्यू आई/चंद्रपुरा, एस जयालक्ष्मी, वरीय टेक, समाडि/धनबाद तथा मीरा देवी, खलासी, पी डब्ल्यू आई/ चंद्रपुरा
- कोषाध्यक्ष - नीतू, मुख्य नर्सिंग अधीक्षक, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक/ धनबाद
- कार्यकारिणी सदस्य - शहनाज परवीन, टेक/समाडि/धनबाद, नीलिमा गुप्ता, वरीय टेक,समाडि/ओबरा, मालती देवी, टेक,समाडि/धनबाद, सितारा खातून, खलासी हेल्पर,सिगनल व दूरसंचार विभाग/धनबाद, सीमा दास,कार्यालय अधीक्षक, कार्मिक विभाग/धनबाद, अनीता देवी,कार्यालय अधीक्षक, कार्मिक विभाग/धनबाद, रूबी, खलासी हेल्पर, आई ओ डब्ल्यू/धनबाद, श्वेता कुमारी, नर्सिंग स्टाफ, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक/ धनबाद।
'महिलाओं को आगे बढ़ने का मौका दिया गया जो स्वगतयोग्य कदम है। महिलाएं गर्व महसूस कर रही हैं। उन्हें भी यूनियन में हिस्सा लेने के लिए मौका दिया गया। अब महिलाओं की आवाज उचित माध्यम से रेल प्रशासन तक पहुंचाया जा सकेगा।
मीना कुंडू, महिला जोनल सेक्रेटरी, ईसीआरकेयू, धनबाद