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काले रंग पर मत जाइए, बड़ा गुणकारी यह चावल, कोरोना से लड़ाई में बढ़ाएगा प्रतिरोधक क्षमता Dhanbad News

ब्लैक राइस के खाने की सलाह चिकित्सक भी देते हैं। डॉ. एसके दुबे बताते हैं कि इसमें शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के गुण मौजूद हैं। इसका सेवन मधुमेह रोगी भी कर सकते हैं।

By MritunjayEdited By: Published: Sun, 05 Apr 2020 09:10 AM (IST)Updated: Sun, 05 Apr 2020 09:10 AM (IST)
काले रंग पर मत जाइए, बड़ा गुणकारी यह चावल, कोरोना से लड़ाई में बढ़ाएगा प्रतिरोधक क्षमता Dhanbad News
काले रंग पर मत जाइए, बड़ा गुणकारी यह चावल, कोरोना से लड़ाई में बढ़ाएगा प्रतिरोधक क्षमता Dhanbad News

धनबाद [बलवंत कुमार ]। कोल कैपिटल धनबाद। कोयले की इस काली धरती ने इस बार काला धान (ब्लैक राइस) भी उगला है। पहली बार जिले के निरसा, बलियापुर और राजगंज इलाके में करीब पांच एकड़ में इसकी किसानों ने खेती की है। उत्पादन भी अच्छा रहा। दुनिया इन दिनों कोरोना जैसी महामारी से थर्रा रही है। यह उसके लिए जानलेवा हो जाती है जिसके शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। ऐसे में यह काला चावल इंसानी सेहत के लिए बेहद कारगर होगा, क्योंकि ये प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। स्वास्थ्य सलाहकार, चिकित्सक और कृषि वैज्ञानिक भी मानते हैं कि यह चावल शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ मधुमेह के मरीजों के लिए भी फायदेमंद है। 

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खेती के लिए वैज्ञानिकों ने दिया किसानों को प्रशिक्षण

कृषि विज्ञान केंद्र बलियापुर के वैज्ञानिकों के प्रयास से धनबाद के रामकनाली, पलानी, आंखद्वार और राजगंज के किसानों को खेती के लिए ब्लैक राइस का बीज दिया गया। इसकी कृषि के लिए प्रशिक्षण भी दिया। बुआई से लेकर कटाई तक इसकी फसल पर नजर रखी गई। धनबाद में कुल पांच एकड़ में खेती की गई। प्रति एकड़ उपज 20 क्विंटल के आसपास रही। काले चावल की खेती में किस भी प्रकार के रसायनिक उर्वरक का प्रयोग नहीं किया गया। जैविक तरीके से खेती की गई। कृषि विज्ञान केंद्र बलियापुर के वैज्ञानिक डॉ. आदर्श श्रीवास्तव ने बताया कि धनबाद में काले चावल की खेती का यह पहला प्रयोग रहा। इसके परिणाम शानदार आए हैं। यह चावल यहां के किसानों को अर्थिक मजबूती देगा। यह इंसानी शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।  

150 रुपये प्रति किलो होती बिक्री

बाजार में ब्लैक राइस की वर्तमान कीमत 150 रुपये किलो है। कई जगहों पर तो यह दो सौ रुपये प्रति किलो से भी अधिक कीमत पर बिकता है। हालांकि धान से चावल निकालने वाली मशीन धनबाद में नहीं है। डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि ग्रामीण विकास विभाग से यह मशीन उपलब्ध कराने का आग्रह किया गया है। मशीन के मिलते ही इसका उत्पादन और बढ़ जाएगा। 

कोरोना से लडने में होगा कारगर : डॉ. दुबे 

ब्लैक राइस के खाने की सलाह चिकित्सक भी देते हैं। डॉ. एसके दुबे बताते हैं कि ब्लैक राइस में शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के गुण मौजूद हैं। इसका सेवन मधुमेह के रोगी भी कर सकते हैं। इनका तो यहां तक कहना है कि कोरोना जैसी बीमारियों के संक्रमण से लडऩे में भी ब्लैक राइस का भोजन में प्रयोग किया जाए तो काफी लाभ होगा। 


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