Dumka Byelection 2020: झामुमो ने दिखाई महागठबंधन की ताकत तो भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में कई दिग्गज कर रहे कैंप, तीखे शब्दबाण से शुरू हुआ एक-दूसरे पर प्रहार
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के अनुज बसंत सोरेन ने सोमवार को नामांकन किया। इधर मंगलवार को भाजपा ने भी अपने प्रत्याशी डॉ. लुइस मरांडी के नामांकन के बहाने शक्ति प्रदर्शन में कोई कसर नहीं छोड़ा। इस दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने वंशवाद को सामने रखकर सरकार पर प्रहार किया।
दुमका, [राजीव]। दुमका विधानसभा उपचुनाव के लिए बिसात सज चुकी है। मतदान भले ही तीन नवंबर को होना है, लेकिन नामांकन की प्रक्रिया शुरू होते ही चुनावी समर में झकझूमर तेज होने लगा है। झारखंड की राजनीति में दो मुख्य दल झामुमो और भाजपा इस चुनाव में भी एक बार फिर आमने-सामने हैं। दोनों दलों ने जिस तरीके से नामांकन पर्चा दाखिल करने के दौरान शक्ति प्रदर्शन किया है, वह आने वाले दिनों के लिए कई संदेश छोड़ गया है। चूंकि दुमका सीट पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के इस्तीफे की वजह से उपचुनाव हो रहा है, सो प्रतिष्ठा सीधे तौर पर राज्य की सत्ता से जुड़ी है।
उपचुनाव में परदे के पीछे रहकर रणनीति तय करने वाले रणनीतिकार भी यह भली-भांति समझ रहे हैं कि यह उपचुनाव झामुमो और भाजपा दोनों के लिए कितना खास है। इसलिए इस बार चुनावी जंग जीतने की रणनीतियां भी काफी सोच-समझ कर तय की जा रही हैं। रणनीतिकार मानते हैं कि कई मायने में वर्ष 2019 में हुए विधानसभा चुनाव से यह उपचुनाव इतर और तीखा भी होने वाला है। चुनावी खूंटचालें भी काफी पैनी और धारदार होंगी, यह भी तय है।
दरअसल 2019 के विधानसभा चुनाव के कई ऐसे चेहरे थे, जो चुनावी समर में तीसरी धुरी पर थे, लेकिन इस उपचुनाव में इनकी भूमिका अलग होगी। बीते सोमवार को झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन के छोटे पुत्र व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के अनुज बसंत सोरेन के नामांकन के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन रांची से दुमका चॉपर से पहुंचे तो उनके मंच पर महागठबंधन की ताकत विराजमान थी। कांग्रेस से ग्रामीण विकास मंत्री सह पाकुड़ विधायक आलमगीर आलम व कृषि मंत्री सह जरमुंडी विधायक बादल पत्रलेख, राजद से श्रम नियोजन मंत्री सत्यानंद भोक्ता के अलावा झामुमो विधायक नलीन सोरेन, कांग्रेस के पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव, जामताड़ा विधायक डॉ इरफान अंसारी समेत कई नेताओं को खड़ा कर झामुमो ने एक साथ कई संदेश देने की कोशिश की।
हालांकि जामा से पार्टी की विधायक व सोरेन परिवार की पुत्रवधु सीता सोरेन की गैरहाजिरी पर विपक्षी दल भाजपा सवाल पर सवाल दाग रही है। दुमका प्रवास के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सीता सोरेन के बागी तेवर को सामने रखकर हेमंत सोरेन पर खूब प्रहार किया। हालांकि इसके जवाब में मुख्यमंत्री हेमंत ने पलटवार करते दो टूक कहा कि जनता ने तो सत्ता से बेदखल कर ही दिया है। अब दुमका उपचुनाव में भी एक बार फिर से करारा जवाब मिलेगा।
इधर, मंगलवार को भाजपा ने भी अपने प्रत्याशी डॉ. लुइस मरांडी के नामांकन के बहाने शक्ति प्रदर्शन में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ा। पार्टी नेता बाबूलाल मरांडी, प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश, सांसद समीर उरांव, सुनील सोरेन, पूर्व मंत्री व प्रदेश उपाध्यक्ष राज पलिवार, शिवशंकर उरांव, सत्यानंद झा बाटुल, पूर्व सांसद अभयकांत प्रसाद, विधायक अनंत ओझा समेत कई नेताओं का जुटान हुआ। इस दौरान नौ माह की हेमंत सरकार पर जमकर प्रहार किया। बाबूलाल मरांडी ने कहा कि संताल परगना से सोरेन परिवार को उखाड़ फेकेंगे। कहा कि इसबार भाजपा के संग एनडीए की ताकत डॉ. लुइस के साथ है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने वंशवाद को सामने रखकर सरकार पर प्रहार किया। कहा कि दुमका और बेरमो दोनों सीट पर वंशवाद की काली छाया से मुक्ति के लिए मतदाता भाजपा के पक्ष में गोलबंद हों। बहरहाल, 16 अक्टूबर तक नामांकन की प्रक्रिया चलेगी और इसके बाद चुनाव प्रचार में यह प्रहार और भी तीखा होगा, यह अभी से तय है।