Dhanbad: अनुबंध कर्मियों की हड़ताल से कोरोना टीकाकरण में भारी गिरावट, आज मात्र 7 जगहों पर लगेगा टीका
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत धनबाद में कार्यरत लगभग 150 अनुबंध कर्मियों की हड़ताल की वजह से स्वास्थ्य विभाग पर इसका बुरा असर पड़ रहा है। हड़ताल की वजह से कोरोना टीकाकरण काफी हद तक प्रभावित हो रहा है। पिछले 14 दिनों के अंदर मात्र 19 प्रतिशत टीकाकरण हुआ है।
जागरण संवाददाता, धनबाद: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत धनबाद में कार्यरत लगभग 150 अनुबंध कर्मियों की हड़ताल की वजह से स्वास्थ्य विभाग पर इसका बुरा असर पड़ रहा है। हड़ताल की वजह से कोरोना टीकाकरण काफी हद तक प्रभावित हो रहा है। पिछले 14 दिनों के अंदर मात्र 19 प्रतिशत टीकाकरण हो पाया है।
टीकाकरण का प्रतिशत धनबाद में लगातार गिरता जा रहा है। इसे देखते हुए अब स्वास्थ्य विभाग के वरीय अधिकारियों में खलबली मच गई है। जिले के सिविल सर्जन डॉक्टर श्याम किशोर कांत ने हड़ताली स्वास्थ्य कर्मचारियों से बातचीत करने का प्रस्ताव रखा है। सभी को सिविल सर्जन कार्यालय बुलाया गया है, लेकिन हड़ताली स्वास्थ्य कर्मचारी अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं। कर्मचारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं, सभी लोग हड़ताल जारी रखेंगे।
मुख्यालय भेजी गई सूचना, फंड की मांग
हड़ताल पर गए अनुबंध कर्मियों के रुख को देखते हुए सिविल सर्जन ने रांची मुख्यालय से मानदेय के लिए फंड की मांग की है। साथ ही, हड़ताल की वजह से प्रभावित होने वाले कामकाज की भी जानकारी दी है। मुख्यालय की ओर से जल्द फंड आवंटित करने का आश्वासन दिया गया है, लेकिन यह फंड कब तक आएगा इसके बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पा रही है।
टीकाकरण से लेकर सैंपल की जांच तक हो रही प्रभावित, परेशान हो रहे हैं लोग
हड़ताल की वजह से जिले में टीकाकरण से लेकर सैंपल की जांच तक प्रभावित हो रही है। शनिवार को जिले में मात्र 7 जगहों पर ही कोरोना का टीका लगाया जा सकेगा। इसमें सदर अस्पताल के अलावा सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शामिल हैं, जबकि तीन निजी अस्पतालों में भी कोविड से बचाव को टीका लगाया जा रहा है।
इधर, हड़ताल की वजह से धनबाद के साथ-साथ अन्य जिले भी प्रभावित हो रहे हैं। विभिन्न जगहों से आने वाले लोगों के सैंपल की भी जांच नहीं हो रही है। विभागीय अलर्ट के बावजूद सैंपल संग्रह करने का काम बेहद धीमा हो गया है। ज्ञात हो कि अनुबंध कर्मचारियों को 13 महीने से मानदेय नहीं मिला है। इससे पहले अनुबंध कर्मचारी मुख्यमंत्री से लेकर स्वास्थ्य मंत्री तक मानदेय भुगतान की गुहार लगा चुके हैं। इसी सप्ताह जब स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता धनबाद पहुंचे थे तो कर्मचारियों ने झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह के नेतृत्व में उनसे मिलकर मानदेय भुगतान की गुहार लगाई थी।