LOk Sabha Election 2019: Dhanbad में 8 हजार पुलिसकर्मियों की लगेगी ड्यूटी, संवेनशील बूथों की ड्रोन से होगी निगहबानी
Dhanbad जिला पुलिस के पास पूर्व से आधा दर्जन से अधिक ड्रोन कैमरा मौजूद है। वहीं कुछ ड्रोन को किराये पर लेने की भी तैयारी है।
By Edited By: Published: Fri, 03 May 2019 10:06 PM (IST)Updated: Sat, 04 May 2019 01:00 PM (IST)
धनबाद, जेएनएन। लोकसभा चुनाव को लेकर इस बार पुलिस की तैयारी जबरदस्त है। चुनाव के दिन पुलिस की उंगली के इशारे पर सभी संवेदनशील बूथों पर पुलिस का ड्रोन कैमरा नृत्य करेगा। ड्रोन कैमरा से पुलिस भीड़ पर पूरी निगरानी रखेगी। वोट के लिए लंबी कतार में खड़े लोग भी अगर गड़बड़ी करेंगे तो वह दूर से ही पहचान में आ जाएंगे। भीड़ के आसपास ही ड्रोन कैमरे का पूरा फोकस रहेगा।
जिला पुलिस के पास पूर्व से आधा दर्जन से अधिक ड्रोन कैमरा मौजूद है। वहीं कुछ ड्रोन को किराये पर लेने की भी तैयारी है। चुनाव के एक दिन पूर्व से ही सभी मतदान केंद्रों पर सुरक्षा बलों की ड्यूटी लगेगी। पूरे जिले में 2378 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। इन पर तकरीबन सात हजार पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई जाएगी। सुरक्षा के लिहाज से सभी बूथों पर जिला पुलिस के अलावा आइबीआरबी, जगुआर, एसआइएसएफ, जैप कोबरा के अलावा विभिन्न जिले के पुलिसकर्मियों की प्रतिनियुक्ति होगी। तकरीबन 1000 से अधिक होमगार्ड जवानों को भी चुनाव ड्यूटी में लगाया जाएगा। इनमें महिला पुलिसकर्मी भी शामिल होंगी।
जिला के सभी प्रखंड में बनेगा पुलिस कंट्रोल रूम : चुनाव के दौरान सभी प्रखंड में पुलिस कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। सभी कंट्रोल रूम का नेटवर्क जिला पुलिस प्रशासन के कंट्रोल रूम से जुड़ा रहेगा। सभी कंट्रोल रूम में दंडाधिकारियों के साथ क्यूआरटी रहेगा। जहां भी मतदान के दौरान गड़बड़ी की सूचना मिलेगी क्यूआरटी तत्काल मौके पर पहुंचेगी। सभी प्रखंडों के कंट्रोल रूम में डीएसपी की प्रतिनियुक्ति होगी। नक्सल इलाके में हेलीकॉप्टर से होगी निगरानी चुनाव के दौरान नक्सल प्रभावित टुंडी, तोपचांची के सुदूर व पहाड़ी इलाके के बूथों की निगरानी के लिए हेलीकाप्टर से सुरक्षा बलों की पेट्रोलिंग होगी। जहां भी गड़बड़ी की आशंका दिखेगी तत्काल सुरक्षा बलों को मौके पर पहुंचाया जाएगा। ऐसे तो नक्सल प्रभावित टुंडी, तोपचांची, हरिहरपुर, राजगंज के कुछ इलाके को पुलिस छावनी में तबदील किया जाएगा। नक्सल इलाके में 30 क्लस्टर चिह्नित चुनाव के दौरान नक्सल प्रभावित इलाके में 30 क्लस्टर चिह्नित किए गए हैं। यहां नक्सल गतिविधियों की आशंका रहती है। उन स्थानों पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किए जाएंगे। ऐसा कहा जा सकता है कि वह इलाका वोटिंग दौरान पुलिस छावनि में तबदील कर दिया जाएगा।
ईवीएम को मतगणना केंद्र तक पहुंचाने के लिए विशेष दस्ता का गठन चुनाव में ईवीएम को बूथों तक पहुंचाने व लाने की जिम्मेदारी खास टीम को सौंपी जाएगी। टीम में अतिरिक्त सुरक्षा बलों के साथ दंडाधिकारी भी प्रतिनियुक्ति रहेंगे। चुकी इस बार कृषि बाजार को ही मतगणना केंद्र बनाया जा रहा है। वहां भारी संख्या में सुरक्षा बलों की प्रतिनियुक्ति होगी। चुनाव से दो दिन पूर्व से ही इलाके में पुलिस प्रशासन की विशेष निगरानी रहेगी।
जिला पुलिस के पास पूर्व से आधा दर्जन से अधिक ड्रोन कैमरा मौजूद है। वहीं कुछ ड्रोन को किराये पर लेने की भी तैयारी है। चुनाव के एक दिन पूर्व से ही सभी मतदान केंद्रों पर सुरक्षा बलों की ड्यूटी लगेगी। पूरे जिले में 2378 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। इन पर तकरीबन सात हजार पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई जाएगी। सुरक्षा के लिहाज से सभी बूथों पर जिला पुलिस के अलावा आइबीआरबी, जगुआर, एसआइएसएफ, जैप कोबरा के अलावा विभिन्न जिले के पुलिसकर्मियों की प्रतिनियुक्ति होगी। तकरीबन 1000 से अधिक होमगार्ड जवानों को भी चुनाव ड्यूटी में लगाया जाएगा। इनमें महिला पुलिसकर्मी भी शामिल होंगी।
जिला के सभी प्रखंड में बनेगा पुलिस कंट्रोल रूम : चुनाव के दौरान सभी प्रखंड में पुलिस कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। सभी कंट्रोल रूम का नेटवर्क जिला पुलिस प्रशासन के कंट्रोल रूम से जुड़ा रहेगा। सभी कंट्रोल रूम में दंडाधिकारियों के साथ क्यूआरटी रहेगा। जहां भी मतदान के दौरान गड़बड़ी की सूचना मिलेगी क्यूआरटी तत्काल मौके पर पहुंचेगी। सभी प्रखंडों के कंट्रोल रूम में डीएसपी की प्रतिनियुक्ति होगी। नक्सल इलाके में हेलीकॉप्टर से होगी निगरानी चुनाव के दौरान नक्सल प्रभावित टुंडी, तोपचांची के सुदूर व पहाड़ी इलाके के बूथों की निगरानी के लिए हेलीकाप्टर से सुरक्षा बलों की पेट्रोलिंग होगी। जहां भी गड़बड़ी की आशंका दिखेगी तत्काल सुरक्षा बलों को मौके पर पहुंचाया जाएगा। ऐसे तो नक्सल प्रभावित टुंडी, तोपचांची, हरिहरपुर, राजगंज के कुछ इलाके को पुलिस छावनी में तबदील किया जाएगा। नक्सल इलाके में 30 क्लस्टर चिह्नित चुनाव के दौरान नक्सल प्रभावित इलाके में 30 क्लस्टर चिह्नित किए गए हैं। यहां नक्सल गतिविधियों की आशंका रहती है। उन स्थानों पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किए जाएंगे। ऐसा कहा जा सकता है कि वह इलाका वोटिंग दौरान पुलिस छावनि में तबदील कर दिया जाएगा।
ईवीएम को मतगणना केंद्र तक पहुंचाने के लिए विशेष दस्ता का गठन चुनाव में ईवीएम को बूथों तक पहुंचाने व लाने की जिम्मेदारी खास टीम को सौंपी जाएगी। टीम में अतिरिक्त सुरक्षा बलों के साथ दंडाधिकारी भी प्रतिनियुक्ति रहेंगे। चुकी इस बार कृषि बाजार को ही मतगणना केंद्र बनाया जा रहा है। वहां भारी संख्या में सुरक्षा बलों की प्रतिनियुक्ति होगी। चुनाव से दो दिन पूर्व से ही इलाके में पुलिस प्रशासन की विशेष निगरानी रहेगी।
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