केंद्रीय अस्पताल के सीएमएस बदले, कोविड-19 का बेहतर इलाज के लिए बनाई गई पांच डॉक्टर्स की टीम Dhanbad News
डॉ. राजेश ठाकुर केंद्रीय अस्पताल (Covid-19) के सीएमएस बनाए गए हैं। वे पैथोलॉजी के विभागाध्यक्ष थे। इस पद पर भी वे बने रहेंगे। वे शुक्रवार को सीएमएस का प्रभार लेंगे। कार्मिक महाप्रबंधक अधिकारी स्थापना अमृत टोपनो ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है।
धनबाद, जेएनएन। डॉ. राजेश ठाकुर केंद्रीय अस्पताल के सीएमएस बनाए गए हैं। वे पैथोलॉजी के विभागाध्यक्ष थे। इस पद पर भी वे बने रहेंगे। वे शुक्रवार को सीएमएस का प्रभार लेंगे। कार्मिक महाप्रबंधक अधिकारी स्थापना अमृत टोपनो ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है। अब तक सीएमएस के प्रभार में रहे डॉ. एके गुप्ता भी केंद्रीय अस्पताल में ही रहेंगे। वे आंख के विभागाध्यक्ष रहेंगे। इससे पूर्व उनके कोयला भवन स्थित स्वास्थ्य विभाग में तबादले की चर्चा थी।
मरीज की सेवा ही डॉक्टर की प्राथिमकता : डॉ. राजेश ठाकुर ने बताया कि मरीज की सेवा ही डॉक्टर की प्राथिमकता रही है। हालांकि अभी कोविड-19 की वजह से चुनौतियां अधिक हैं। कोविड का कोई भी पैथो-फिजियोलॉजी नहीं है। जो भी इलाज किया जा रहा है वह प्रयोग के तौर पर ही किया जा रहा है। नित नई दवाएं प्रयोग में लाई जा रही है। बावजूद हम बेहतर करने का प्रयास कर रहे हैं। पैथोलॉजी विभागाध्यक्ष रहते भी प्रयास कर रहे थे। कोविड-19 के प्रबंधन में लापरवाही को लेकर जिला प्रशासन की नाराजगी पर उन्होंने कहा कि सभी विभागों में समन्वय बनाकर काम किया जाएगा।
कोविड-19 पर सीएमसी वेल्लोर के चिकित्सक करेंगे वेबिनार : कोविड-19 के इलाज को लेकर क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज वेल्लोर के डॉक्टर शुक्रवार को वेबिनार करेंगे। वे कोविड-19 के इलाज में लगे केंद्रीय अस्पताल व राज्य सरकार के डॉक्टर्स को विशेष जानकारी देंगे। वेबिनार अपराह्न तीन बजे से होगी। जिला प्रशासन की पहल पर यह वेबिनार आयोजित की जा रही है।
कोविड-19 के बेहतर इलाज को बनाई गई डॉक्टर्स की टीम : केंद्रीय अस्पताल में नया सीएमएस बहाल करने के साथ ही बीसीसीएल प्रबंधन ने पांच डॉक्टर्स की टीम भी बनाई है। टीम का काम जिला प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित करते हुए केंद्रीय अस्पताल में कोविड-19 का बेहतर इलाज सुनिश्चत करना है। यह जानकारी बीसीसीएल के सीएमडी गोपाल सिंह ने दी। टीम में डॉ. डीके सिंह, डॉ. पीके सिंह, डॉ. अशोक कुमार, डॉ. स्मिता श्रीवास्तव व डॉ. आलोक प्रियदर्शी रखे गए हैं। ये सभी नोडल ऑफिसर बनाए गए हैं।
नेतृत्व डॉ. डीके सिंह करेंगे। वे क्रिटिकल यूनिट व एनेस्थेसिया से संबंधित मामले भी देखेंगे। डॉ. पीके सिंह मेडिसिन, डॉ. अशोक कुमार पेडियाट्रिक से संबंधित मामले देखेंगे। डीजीएमओ डॉ. स्मिता श्रीवास्तव व आलोक प्रियदर्शी टीम को सहयोग करेंगे।