आपसी रंजिश में शंकर के पुत्र कुणाल व चचेरे भाई धीरेन की तीन वर्ष पूर्व हुई थी हत्या
झरिया वर्ष 2017 के अगस्त माह में पारिवारिक रंजिश को लेकर झामुमो नेता शंकर रवानी के
झरिया : वर्ष 2017 के अगस्त माह में पारिवारिक रंजिश को लेकर झामुमो नेता शंकर रवानी के चचेरे भाई व रेनबो ग्रुप के मालिक धीरेन रवानी की गौरखुंटी छपरा मोड़ के पास गोली मारकर शाम के समय हत्या कर दी गई थी। धीरेन मनसा पूजा के लिए उस दिन धनबाद से अपने पुराने घर गौरखुंटी आया था। शंकर व धीरेन का घर आसपास है। धीरेन की हत्या का आरोप शंकर के पुत्र 25 वर्षीय कुणाल रवानी पर लगा था। इसके बाद धीरेन की हत्या के चार घंटे बाद ही स्थानीय लोगों ने कुणाल की कटार से काटकर व पत्थर से कुचल कर हत्या कर दी थी। इसके बाद दोनों परिवार में आपसी रंजिश की आग और धधक उठी। धीरेन की हत्या का आरोप कुणाल के अलावा उसके परिवार पर भी लगा था। वहीं कुणाल की हत्या का आरोप धीरेन के भाई व अन्य पर लगा था। दोनों ओर से सुदामडीह थाना में मामला दर्ज किया गया था। मामला अभी भी थाना व कोर्ट में चल रहा है। शंकर व उनकी पत्नी की हत्या इसी मामले से जोड़कर पुलिस छानबीन कर रही है। पुत्र करण की शादी नहीं देख पाए शंकर व बालिका : झामुमो नेता शंकर रवानी व उनकी पत्नी बालिका देवी अपने पुत्र करण रवानी की शादी नहीं देख सके। इसके पूर्व ही अपराधियों ने दोनों की हत्या कर दी। मृतक के परिजनों ने बताया कि करण की नवंबर माह में होनेवाली थी। इसे लेकर घर की रंगाई-पुताई कुछ दिन पूर्व की गई थी। माता-पिता के एक साथ निर्मम हत्या से करण पूरी तरह से टूट गया है। उसके आंसू थमने के नाम नहीं ले रहे हैं।