दो पक्षों के विवाद में भिड़े विधायक व पूर्व विधायक, अरूप ने कहा- कुछ लोग फैला रहे वैमनस्यता, अपर्णा बोलीं- नहीं चलेगी रंगदारी Dhanbad News
पूर्व विधायक अरूप चटर्जी ने कहा कि कुछ लोग समाज में वैमनस्यता फैला कर राजनीति हित को साधना चाहते हैं। इसपर विधायक अपर्णा ने कहा कि अब निरसा में डराने की प्रवृत्ति नहीं चलेगी।
धनबाद, जेएनएन। निरसा थाना क्षेत्र के संबंधपुर गांव में शनिवार को आपसी विवाद को लेकर दो गुटों के बीच जमकर मारपीट हुई। इसमें दोनों पक्षों की ओर से दो लोग घायल हो गए। इस संबंध में दोनों पक्षों ने निरसा थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है। वहीं, इस मामले को लेकर एक पक्ष के समर्थन में विधायक अपर्णा सेनगुप्ता तो दूसरे पक्ष के समर्थन में पूर्व विधायक अरूप चटर्जी निरसा थाना पहुंचे। दोनों ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।
पूर्व विधायक अरूप चटर्जी ने भाजपा विधायक पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग समाज में वैमनस्यता फैला कर अपनी राजनीति हित को साधना चाहते हैं, जो कहीं से भी सही नहीं है। वहीं, भाजपा विधायक अपर्णा सेनगुप्ता ने कहा कि अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों की ओर से लोगों को डराने-धमकाने एवं रंगदारी मांगने की प्रवृत्ति अब निरसा में नहीं चलने दी जाएगी। पुलिस निष्पक्ष हो जांच करें तथा दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करें।
इधर, प्रथम पक्ष के रतनपुर लुकुडीह निवासी साहेब लाल हेंब्रम ने कहा कि 24 जनवरी की रात को संबंधपुर गांव के रास्ते से जा रहा था, तभी पहले से घात लगाकर बैठे अमर उर्फ अमर राय, उनके ससुर प्राण राय, छोटू रवानी और मीनू बर्मन ने जान से मारने की नीयत से हमला कर दिया। अमर ने मुझे पर रॉड से मारकर बाइक से गिरा दिया। उस समय उसके हाथ में कट्टा भी था। जमीन पर गिरते ही मेरे उपर अमर, छोटू और मीनू वर्मन ने लाठी व लोहे की चेन से वार किया। साथ ही जातिसूचक गाली देने लगे। हल्ला सुनकर गांव के अन्य लोग जुटने लगे। तभी अंधेरे का फायदा उठाकर सभी भाग खड़े हुए। भागने के समय मेरे गले से सोने की चेन छीन ली गई।
वहीं, दूसरे पक्ष के अमर साह ने शिकायत में कहा कि एमपीएल के संवेदक के अधीन कार्य करता हूं। बरवाडीह निवासी निमाई सह, पोद्दारडीह निवासी मनोज सह दोनों ही अपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं तथा दोनों पर पूर्व से कई मामले दर्ज हैं। वे लोग कई मामलों में जेल भी जा चुके हैं। वे दोनों मुझसे रंगदारी की मांग करते आ रहे हैं। इससे पूर्व निमाई सह की बहन ने मेरे ऊपर छेड़खानी का झूठा मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमें वरीय पुलिस अधीक्षक ने जांच के क्रम में मुझे निर्दोष करार दिया।
शुक्रवार रात अपने गांव संबंधपुर में अपने दोस्त प्रभुनाथ रवानी, मृणाल वर्मा, गौर रवानी अन्य ग्रामीणों के साथ बैठे थे। तभी निमाई सह अन्य युवकों के साथ बाइक से मेरे गांव आया तथा पिस्टल लहराते हुए धमकी दी कि आज तुम्हारे जीवन का आखिरी दिन है। वे मेरे साथ मारपीट करने लगे तथा जान से मारने की धमकी देते हुए जबरन मुझसे 6200 रुपये छीन लिया। जब ग्रामीणों ने इसका विरोध किया तो वे लोग भागने लगे। इस क्रम में दो युवक गिर पड़े। जिससे दोनों को चोट भी लगी है।