कांग्रेस में शामिल हुए जिला परिषद सदस्य अशोक सिंह, भाई की राजनीति होगी प्रभावित
अशोक सिंह के कांग्रेस में शामिल होने की काफी दिनों से चर्चा थी। वे कांग्रेस के टिकट पर धनबाद से लोकसभा का चुनाव लड़ना चाहते हैं।
धनबाद, जेएनएन। धनबाद जिला परिषद के सदस्य अशोक सिंह का परिवार पहले से ही कांग्रेस में था। अब वे भी कांग्रेस में शामिल हो गए। सिंह ने शनिवार को नई दिल्ली में झारखंड प्रदेश कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह के सामने कांग्रेस में शामिल होने की औपचारिकता पूरी की। झारखंड प्रभारी ने सिंह को सदस्यता दिलायी और पार्टी में स्वागत किया।
अशोक सिंह के कांग्रेस में शामिल होने की काफी दिनों से चर्चा थी। वे कांग्रेस के टिकट पर धनबाद से लोकसभा का चुनाव लड़ना चाहते हैं। हालांकि वे पार्टी में किन शर्तों पर शामिल हुए हैं, इसका खुलासा नहीं हुआ है। पार्टी में शामिल होने के बाद अशोक सिंह ने कहा है कि कांग्रेस ही देश व राज्य का विकास कर सकती है। कांग्रेस में एक सामान्य कार्यकर्ता के रूप में शामिल हुआ हूं। पार्टी की मजबूती के लिए काम करूंगा।
टिकट के दावेदारों की संख्या में एक और वृद्धिः धनबाद लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट के डेढ़ दर्जन पहले ही दावेदार थे। अशोक सिंह के शामिल होने से दावेदारों की संख्या में एक और वृद्धि हो गई है। सिंह के बड़े भाई विजय सिंह पहले से ही टिकट के दावेदार हैं। वे 1996 में कांग्रेस के टिकट पर धनबाद से लोकसभा का चुनाव लड़ भी चुके हैं। इस बार भी टिकट के लिए दावेदारी की है। कांग्रेस में अशोक सिंह की एंट्री से विजय सिंह की राजनीति प्रभावित हो सकती है। इस बात की चर्चा कांग्रेस में अशोक के शामिल होते ही शुरू हो गई है। बड़े भाई अशोक पहले से टिकट के दावेदार हैं। अब अशोक दावेदारी करेंगे तो धनबाद कांग्रेस में दिलचस्प राजनीति देखने को मिलेगी।