जब कुर्सी के लिए मचा बवाल, तू-ताम पर उतर आए विधायक प्रदीप यादव और सांसद निशिकांत दुबे
गोड्डा का नवनिर्मित रेलवे स्टेशन गुरुवार को दो मामलों का गवाह बना। एक यहां से पहली बार हमसफर एक्सप्रेस ट्रेन के रवाना होने का तो दूसरा सियासी उठा-पटक का। गोड्डा से पहली बार ट्रेन चली तो लेकिन कइयों के अरमानों को कुचलते हुए।
जागरण संवाददाता, धनबाद/गोड्डा: गोड्डा का नवनिर्मित रेलवे स्टेशन गुरुवार को दो मामलों का गवाह बना। एक यहां से पहली बार हमसफर एक्सप्रेस ट्रेन के रवाना होने का तो दूसरा सियासी उठा-पटक का। गोड्डा से पहली बार ट्रेन चली तो, लेकिन कइयों के अरमानों को कुचलते हुए। कुल मिलाकर दिल्ली तक जानेवाली इस ट्रेन ने गोड्डा को गुरुवार को पूरे देश में राजनीतिक हलके में चर्चा में ला दिया।
सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम के बाद भी गुरुवार को रेल को रवाना करने के दौरान कुर्सी को लेकर जमकर हंगामा हुआ। दोपहर तकरीबन ढाई बजे सांसद निशिकांत दुबे का काफिला रेलवे स्टेशन गोड्डा पहुंचा। इसके ठीक बाद मंत्री चंपई सोरेन, विधायक प्रदीप यादव और दीपिका पांडेय सिंह भी अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ स्टेशन परिसर पहुंचे। रेलवे उद्घाटन स्थल पर कोई मंच नहीं था, बल्कि दो एलईडी टीवी तथा रेल महकमा के टेबल कुर्सियां लगाई गई थीं। सांसद पहले पहुंचे थे। मालदा डिवीजन के डीआरएम यतींद्र कुमार सहित अन्य रेल अधिकारियों ने उनकी आगवानी करते हुए बैठने के लिए कुर्सी दी। इसके चंद मिनट बाद ही मंत्री चंपई और दोनों विधायक अपने समर्थकों के साथ पहुंचे। जिला उपायुक्त भोर सिंह यादव, एसपी वाइएस रमेश सहित अन्य अधिकारी उनकी आगवानी करने में जुटे थे। उद्घाटन स्थल पहुंचने के बाद मंत्री चंपई सोरेन तो स्थल के समीप पड़ी कुर्सी पर बैठ गए, लेकिन विधायक प्रदीप यादव और दीपिका पांडेय सिंह के लिए कुर्सी नहीं होने की वजह से दोनों विधायक भड़क उठे। गुस्सा इस बात का भी था कि सांसद के समीप वाली कुर्सी पर ही मधुपुर के पूर्व पंचायत अध्यक्ष संजय यादव विराजमान थे। बस, फिर क्या था... विवाद शुरू हो गया। देखते ही देखते दोनों ओर से समर्थकों ने हो-हंगामा शुरू कर दिया। इस बीच सांसद निशिकांत और विधायक प्रदीप यादव भी आमने सामने आ गए तथा दोनों और से एक दूसरे को तू-ताम करने पर उतर गए। गहमागहमी के माहौल में बहस कर रहे दोनों माननीय को मंत्री चंपई सोरेन सहित डीसी-एसपी ने बीच-बचाव कर मामला शांत कराया।
वहीं हो-हंगामा कर रहे सांसद और विधायक के समर्थकों को एसडीओ ऋतुराज और एसडीपीओ आनंद मोहन सिंह सहित आरपीएफ के जवानों ने मिलकर शांत कराया। थोड़े वक्त के लिए उद्घाटन स्थल पर अफरातफरी मची रही। वर्चुअल उद्घाटन के लिए साजो सामान के साथ पहुंची रेलवे की टीम के जयंत कुमार चौधरी, शिव कुमार, अनमोल कुमार आदि को वहां लगी एलइर्डी टीवी और कैमरा आदि उपकरणों को बचाने के लिए भारी मशक्कत करनी पड़ी, जबकि डीआरएम यतींद्र कुमार बार-बार विधायक प्रदीप यादव को मनाते देखे गए। हो-हंगामे के बाद सभी माननीयों के लिए कुर्सी लगाई गई इसके बाद माहौल शांत हुआ।
इधर इरफान बोले- गोड्डा से अब हमसफर चले या बुलेट ट्रेन, नींव तो फुरकान अंसारी ने ही रखी थी: वहीं झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष सह जामताड़ा विधायक डॉ इरफान अंसारी ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एवं केंद्रीय रेल मंत्री को नवनिर्मित गोड्डा रेलवे स्टेशन से पहली हमसफर एक्सप्रेस ट्रेन को दिल्ली के लिए रवाना करने पर बधाई दी। विधायक ने कहा कि गोड्डा रेल परियोजना पूर्व सांसद फुरकान अंसारी की देन है। जब वे गोड्डा के सांसद थे, तब उन्होंने तत्कालीन रेल मंत्री लालू यादव से आग्रह कर मंदार हिल से दुमका रेल परियोजना में मिसिंग लिंक के माध्यम से गोड्डा को जुड़वाने का काम किया। तब जाकर गोड्डा रेल परियोजना स्वीकृत हुई।
उन्होंने कहा कि अब इस रेलवे ट्रैक पर हमसफर ट्रेन चले या बुलेट ट्रेन यह फुरकान अंसारी की पहल का नतीजा है। विधायक ने कहा कि सांसद निशिकांत दुबे इसका सारा श्रेय लेने का प्रयास कर रहे हैं और प्रचार कर रहे हैं। फुरकान अंसारी की सार्थक पहल एवं मेहनत का नतीजा है कि आज गोड्डावासियों को इतनी बड़ी सौगात मिली। विधायक ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी इस कोरोना काल में रेल परियोजना को पूर्ण कराने पर धन्यवाद दिया और कहा कि झारखंड के विकास के लिए मुख्यमंत्री प्रतिबद्ध हैं और इसका श्रेय लेने का प्रयास कोई नहीं करे।