भगवान जगन्नाथ का आज मनाया जाएगा नेत्र उत्सव, श्रद्धालु नहीं हो पाएंगे शामिल
भगवान जगन्नाथ भाई बलराम और बहन सुभद्रा 108 घट शीतल जल से स्नान करने के बाद बीमार हो गए थे। और 14 दिन अपने कच्छ पर रहने के बाद 9 जुलाई यानी आज भगवान जगरनाथ का नेत्र उत्सव मनाया जाएगा।
जासं, धनबादः भगवान जगन्नाथ, भाई बलराम और बहन सुभद्रा 108 घट शीतल जल से स्नान करने के बाद बीमार हो गए थे। और 14 दिन अपने कच्छ पर रहने के बाद 9 जुलाई यानी आज भगवान जगरनाथ का नेत्र उत्सव मनाया जाएगा। इस दौरान मंदिर समिति की ओर से इस बार कोरोना के कारण किसी प्रकार का संस्कृति कार्यक्रम तथा श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद वितरण का आयोजन नहीं किया जा रहा है।
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इस बार भी पिछले वर्ष की तरह सिर्फ सादगी के साथ पूजा अर्चना की जाएगी। मंदिर के संयुक्त सचिव महेश्वर रावत ने ताया कि नेत्र उत्सव आज मंदिर परीसर में मनाई जाएगी। तथा 12 जुलाई को रथ यात्रा का कार्यक्रम किया जाएगा। जिसकी तैयारी हो चुकी है। जो पिछले वर्ष की तरह इस बार भी मंदिर परिसर में सादगी के साथ व सिर्फ नियमानुसार घुमाया जाएगा। जिसमें मंदिर के पुजारी व मंदिर समिति के लोग ही शामिल होंगे। भक्तों को इस बार भी कोरोना के कारण अनुमति नहीं दी गई है। मंदिर के पुजारी देवाशीष पांडा ने कहा कि इस बार भगवान जगन्नाथ की पूजा आराधना में मंदिर के पांच पुजारी लगे हुए हैं। यहां पर प्रत्येक साल पुरी जगरनाथ मंदिर के भी पुजारी नेत्र उत्सव व रथ यात्रा में शामिल होते हैं। लेकिन इस बार किसी कारणवश शामिल नहीं हो पा रहे हैं जिस कारण मंदिर समिति के पांंच पुजारी ही जगरनाथ पूजा संपन्न करेंगे। रथ यात्रा के अगले दिन बाहुड़ा यात्रा निकाली जाएगी। जिसमें रथ को उल्टा घुमाया जाएगा। जिसमें भगवान जगरनाथ, भाई बलराम व बाहन सुभद्रा अपनी मौसी बाड़ी से वापस अपने मंदिर में लौट जाते हैं। शहर में घनसार स्थित जगरनाथ मंदिर, हीरापुर स्थित जगन्नाथ मंदिर में रथ यात्रा मंदिर परिसर में घुमाने की तैयारी हो चुकी है। आज शाम को नेत्र उत्सव मनाया जाएगा।