SNMMCH Dhanbad से फरार खतरनाक कैदी की तलाश में जगह-जगह छापेमारी, तीन सिपाही सस्पेंड
धनबाद के एसएनएमएमसीएच के कैदी वार्ड से अपराधी बिट्टू तुरी के भाग जाने के मामले में एसएसपी संजीव कुमार ने कार्रवाई की है। सुरक्षा में तैनात तीन सिपाहियों को निलंबित कर दिया है। पुलिस तुरी की गिरफ्तारी के लिए लगातार संभाावित ठिकाने पर छापेमारी कर रही है।
जागरण संवाददाता,धनबाद। अस्पताल परिसर से छह नवंबर को हथकड़ी सहित भाग जाने वाले अपराधी बिट्टु तुरी की सुरक्षा में लगे तीनों जवान विनोद सोरेन, रोहित किस्कु और शिवशंकर पासवान को एसएसपी ने सस्पेंड कर दिया है। तीनों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगा है। एसएसपी ने बताया कि इसके लिए जांच कमेटी बनायी गयी थी। जांच का जिम्मा एएसपी मनोज स्वर्गीयारी को दिया गया था, रिपोर्ट में यह साफ है कि तीनों सिपाही की लापरवाही की वजह से ऐसा हुआ है।
बाइक चोरी में पकड़ाया था बिट्टु, हत्या का भी है आरोप
बिट्टु तुरी को 17 अगस्त को कपुरिया ओपी क्षेत्र के बांधडीह में स्थानीय लोगों ने राशन दुकान संचालक राजेश कुमार महतो से उनकी बाइक लेकर भागते पकड़ा था। 18 अगस्त को उसे जेल भेजा था। दो दिन पूर्व उसे खून की उल्टियां होने के चलते असप्ताल में भर्ती कराया गया था। उसके सुरक्षा में लगे जवानों को यह नहीं पता था कि वह एक हार्डकोर अपराधी है। बिट्टु तुरी ने वर्ष 2016 में जामाडोबा शालीमार निवासी डीएवी के नौंवी कक्षा के छात्र मोनू तुरी की खटिए की पाटी से मार कर निर्मम हत्या कर दी थी। इसके बाद उसने उसका शव दफना दिया था। पुलिस ने शव बरामद कर हत्याकांड का खुलासा किया था। इस मामले में उसे कोर्ट ने उ्मरकैद दी थी। बाद में हाइकोर्ट से उसे बेल मिल गयी थी। हालांकि अपराधी की तलाश में पुलिस हर जगह छापामारी कर रही है मगर वह अभी तक गिरफ्तार नहीं हो पाया है।
नाम बदलने में माहिर है बिट्टु तुरी
बिट्टु तुरी नाम बदलने में माहिर है। वह अपना नाम लोकनाथ मिर्धा और विशाल तुरी भी बताता है। 22 साल की उम्र में वह पहली बार बाइक चोरी के आरोप में जेल गया था। उसके बाद उसके खिलाफ कई थाना में बाइक चोरी के दर्जनों मामले दर्ज हुए।