Govindpur City Fuels Firing Case: शक की सुई अमन और सतीश की ओर घूमी, होटवार जाने के बाद भी कम नहीं हुई कारस्तानी
पेट्रोल पंप में गोली चालन की घटना के बाद गोविंदपुर पुलिस ने इलियास और समीर खान को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में धनबाद जेल भेज दिया है। दोनों के घटना में शामिल होने के प्रमाण भी पुलिस को मिले हैं।
धनबाद, जेएनएन। रंगदारी वसूली के लिए गोविंदपुर सिटी फ्यूल्स में फायरिंग मामले में गोविंदपुर पुलिस ने गायडेहरा निवासी मोहम्मद इलियास तथा समीर खान को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। लेकिन इस घटना के पीछे धनबाद पुलिस शूटर अमन सिंह और बदमाश सतीश साव उर्फ गांधी की भूमिका की जांच में जुट गई है। पुलिस के हाथ ऐसे इनपुट मिले हैं जिससे माना जा रहा है कि इलियास और समीर शूटर अमन सिंह और सतीश साव के लिए काम करते हैं। अमन इस समय रांची के होटवार जेल में बंद है। जबकि सतीश साव फरार है।
गोविंदपुर सिटी फ्यूल्स मालिक को रगंदारी के लिए जो फोन गया उसका तार जेल से जुड़ता है। फोन करने वाले ने कहा कि जेल से बोल रहे हैं। धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्याकांड में उत्तर प्रदेश का शूटर अमन सिंह होटवार जेल में बंद है। वह पहले धनबाद जले में था। जेल से ही उसके द्वारा आपराधिक गतिविधियों को संचालित करने के बाद पुलिस ने उसे धनबाद से रांची होटवार जेल में शिफ्ट कर दिया। इस वह होटवार में बंद है। पुलिस को शक है कि अमन सिंह के इशारे पर ही सिटी फ्यूल पेट्रोल पंप में फायरिंग हुई है, इसमें सतीश साव उर्फ गांधी भी अमन के सहयोग में काम कर रहा है।
पुलिस जांच में इसके संकेत मिले हैं कि जेल में बंद कुख्यात अपराधियों से मोबाइल फोन पर संपर्क में गिरफ्तार दोनों अपराधी थे। सिटी फ्यूल्स के मालिक गुलाम कादिर अंसारी से रंगदारी के रूप में स्कॉर्पियो की मांग की गई। यहां तक की कादिर अंसारी के भाई तथा जिप सदस्य शहनाज परवीन के पति सोहराब अंसारी को फोन करने वाला भी एक ही गिरोह है।