Move to Jagran APP

Real Gangs Of Wasseypur: डान को चुनाैती देने वाले प्रिंस के गुर्गों के खिलाफ पुलिस की दबिश जारी, गड़गड़ हजारीबाग से गिरफ्तार

नन्हे अंसारी हत्याकांड में पुलिस अभी एक महिला समेत आधा दर्जन आरोपितों को जेल भेजने की तैयारी कर रही है। महिला में शूटर हैदर की बहन है। इसके अलावा मो. चांद गुडड्न इरशाद गडग़ड़ सहित दो और है।

By MritunjayEdited By: Published: Tue, 30 Nov 2021 05:35 PM (IST)Updated: Tue, 30 Nov 2021 05:35 PM (IST)
Real Gangs Of Wasseypur: डान को चुनाैती देने वाले प्रिंस के गुर्गों के खिलाफ पुलिस की दबिश जारी, गड़गड़ हजारीबाग से गिरफ्तार
धनबाद का गैंग्स आफ वासेपुर ( प्रतीकात्मक फोटो)।

जागरण संवाददाता, धनबाद। नन्हे अंसारी हत्याकांड में पुलिस प्रिंस खान एंड गैंग का नेटवर्क धवस्त करने की कोशिश में पूरी तरह से जुट गई है। इस मामले में पुलिस ने अब प्रिंस खान के खास कहे जाने वाले गडग़ड़ को गिरफ्तार किया है। गडग़ड़ को पुलिस हजारीबाग से गिरफ्तार करके लाई है। पुलिस के अनुसार यह प्रिंस खान के खास लोगों में से एक है। पुलिस इससे प्रिंस व उसके भाइयों की जानकारी जुटा रही है।

loksabha election banner

जेल में बढ़ा प्रिंस की मां का शुगर लेवल

प्रिंस खान की मां नासरीन खातुन का शुगर लेवल जेल में बढ़ गया है। जेल डाक्टर उसका इलाज कर रहे हैं। उन्हें पहले से डायबटिज था, जेल जाते ही इसका लेवल काफी तेजी से बढ़ गया। हालांकि अभी उन्हें इससे कोई खतरा नहीं है।

एक महिला सहित आधा दर्जन अन्य को पुलिस जेल भेजने की कर रही है तैयारी

नन्हे अंसारी हत्याकांड में पुलिस अभी एक महिला समेत आधा दर्जन आरोपितों को जेल भेजने की तैयारी कर रही है। महिला में शूटर हैदर की बहन है। इसके अलावा मो. चांद, गुडड्न, इरशाद, गडग़ड़ सहित दो और है। एसएसपी संजीव कुमार ने बताया कि इस हत्याकांड में रेकी करने से लेकर गोली चलाने तक कई लोग शामिल रहे है। हत्या के बाद हथियार छिपाना भागने में मदद करना अपराधियों को मोबाइल फोन उपलब्ध कराने में काफी सारे आरोपित है। धीरे- धीरे पुलिस सब तक पहुंच रही है। जल्द सभी आरोपियों को जेल भेज दिया जाएगा। इससे पहले औरगांबाद सेे मो. चांद नामक युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। मो. चांद के नाम का सिम कार्ड बंटी खान इस्तेमाल कर रहा था। पुलिस बंटी और ङ्क्षप्रस की तलाश में ही औरंगाबाद गई हुई थी।

कर्ज चुकाने में मो. चांद ने दिया था मोबाइल

पुलिस की पूछताछ में यह सामने आया है कि एक पुराना एहसान चुकाने में मो. चांद ने अपने नाम का सिम कार्ड बंटी को इस्तेमाल करने दिया था। उसी कर्ज के चलते ङ्क्षप्रस खान या उसका कोई भी भाई औरंगाबाद जाता तो चांद के ही घर पर ठहरता था। नन्हे की हत्या की जानकारी मो. चांद को भी थी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.