30वें शहादत दिवस पर श्यामल चक्रवर्ती को धनबाद ने किया याद, दर्शक न बन आतंकवादियों से लड़ हुए थे शहीद
पूर्व मंत्री ने कहा कि शहीद श्यामल चक्रवर्ती एक कर्मी होकर धनबाद कोयलांचल में 1991 की घटना के साक्षात दर्शक न बनकर आतंकवादियों से लड़ते हुए शहीद हुए। उनकी शहादत धनबाद कोयलांचल के आम नागरिक के लिए प्रेरणा के समान है।
धनबाद, जेएनएन। शहीद श्यामल चक्रवर्ती के 30वें शहादत दिवस पर रविवार को धनबाद के आइआइटी (आइएसएम) गेट पर श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया गया। इसका आयोजन शहीद श्यामल चक्रवर्ती स्मारक समिति और मार्क्सवादी युवा मोर्चा के तत्वावधान में किया गया। सर्वप्रथम माल्यार्पण कार्यक्रम के बाद श्रद्धांजलि सभा की गई। अध्यक्षता स्मारक समिति के अध्यक्ष सह पूर्व विधायक आनंद महतो एवं संचालन मार्क्सवादी युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष पवन महतो ने किया।
मुख्य अतिथि झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री सह टुंडी के विधायक मथुरा प्रसाद महतो ने कहा कि शहीद श्यामल चक्रवर्ती एक कर्मी होकर धनबाद कोयलांचल में 1991 की घटना के साक्षात दर्शक न बन वे आतंकवादियों से लड़ते हुए शहीद हुए। उनकी शहादत धनबाद कोयलांचल के आम नागरिक में एक प्रेरणा का स्रोत बने, जहां जांबाज एसपी रणधीर वर्मा ने वीरता के प्रतीक बने, वहीं शहीद श्यामल चक्रवर्ती आम नागरिक की भूमिका अदा की। 30 वर्षों से दोनों शहीद को सम्मान में जो पृथक सोच है वह प्रतिवर्ष इस कार्यक्रम में दिखाई देती है।
विशिष्ट अतिथि पूर्व विधायक अरूप चटर्जी ने कहां कि श्यामल चक्रवर्ती को इसी तरह हर वर्ष सम्मान देते रहेंगे। हम हेमंत सरकार से आग्रह करते हैं कि इन्हें उचित सम्मान दिया जाय। स्मारक समिति के अध्यक्ष सह पूर्व विधायक आनंद महतो ने कहा कि प्रति वर्ष शहीद श्यामल चक्रवर्ती की शहादत दिवस जोरदार तरीके से मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार पूर्ण रूप से किसान विरोधी है। यह सरकार केवल पूंजी पतियों की सरकार है।
सभा में मुख्य रूप मासस के केंद्रीय महामंत्री हलदर महतो, जिला अध्यक्ष हरिप्रसाद पप्पू , ज्ञान विज्ञान समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष काशीनाथ चटर्जी, रेखा मंडल, निताई महतो, समीर गोस्वामी, मायुमो जिला अध्यक्ष पवन महतो, राणा चट्टराज, कल्याण घोषाल, दिल मोहम्मद, मोहम्मद अख्तर, सुभाष सिंह, जयदीप बैनर्जी, हिमांशु मंडल, गोपालदास,बादल बावरी, शेख रहीम, गणेश महतो, बिंदा पासवान, सुभाष चटर्जी, संतोष रवानी, सुनील महतो, देवाशीष पांडे, काशीनाथ मंडल, देवाशीष पासवान, भूषण महतो, सुभाष मुर्मू , आजादी चौहान, धर्म बावरी, अमरजीत महतो आदि उपस्थित थे।