धनबाद में आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका के 76 पद खाली, शीघ्र होगी बहाली
धनबाद जिले में समेकित बाल विकास परियोजना के तहत संचालित कई आंगनबाड़ी केंद्र केवल इसएि बंदी के कगार पर पहुंच गए हैं क्योंकि वहां कई पद खाली हैं।
धनबाद : जिले में समेकित बाल विकास परियोजना के तहत संचालित कई आंगनबाड़ी केंद्र केवल इसएि बंदी के कगार पर पहुंच गए हैं क्योंकि वहां आंगनबाड़ी सेविकाओं और सहायिकाओं के कई पद पिछले दो साल से रिक्त पड़े हैं। यही नहीं इन केंद्रों के सफल संचालन के लिए नियुक्त पोषण सखियों के भी करीब ढाई सौ पद खाली पड़े हुए है।
इतने बड़े पैमाने पर इन पदों के खाली पड़े रहने के कारण इन केंद्रों को संचालन करने में ग्राम समितियों को भी परेशानी आ रही है। इस संबंध में दो दर्जन ग्राम निगरानी समितियों ने संबंधित विभागों के अधिकारियों के अलावा जिले के उपायुक्त को पत्र लिख कर अविलंब इन रिक्तियों को भरने का आग्रह किया है, लेकिन अधिकारियों की मनमानी के कारण बहाली की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पा रही है।
वहीं विभागीय सूत्रों ने बताया कि केवल सेविकाओं और सहायिकाओं के अलावा पोषण सखियों के पद ही खाली नहीं हैं, बल्कि बाल विकास परियोजना पदाधिकारी के कई पद भी जिले में खाली हैं। जिसके चलते इन पदों पर बहाली नहीं हो पा रही है। क्योंकि इसके लिए ग्राम सभा से प्रस्ताव पास करा कर बहाली करने का जिम्मा सीडीपीओ के पास ही होता है।
इस बारे में पूछे जाने पर जिला समाज कल्याण पदाधिकारी स्नेहा कश्यप ने कहा कि नई नियुक्तियों को लेकर प्रस्ताव उपायुक्त कार्यालय को भेजा गया है। उनके स्तर से इसपर अनुमोदन मिलते ही बहाली की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। अगले महीने से इसकी शुरुआत होने की संभावना जताते हुए उन्होंने कहा कि तत्काल बंद पड़े केंद्रों से जुड़ लाभुकों को नजदीक के केंद्रों से जोड़ कर उन्हें योजनाओं का लाभ दिया जाएगा। आंकड़ एक नजर में
कुल केंद्र : 2231
कुल आंगनबाड़ी केंद्र : 2103
कुल लघु केंद्र : 128
कुल कार्यरत सेविका : 2197
रिक्त पद : 34
कुल कार्यरत सहायिका : 2061
रिक्त पद : 42
कुल कार्यरत सखी : 1984
रिक्त पद : 247