धनबाद में हद-ए-निगाह तक गुबार ही गुबार
धनबाद धैया हो या मटकुरिया भूदा या फिर हीरापुर। आसमान की ओर जहां भी देखें धुंआ ही
धनबाद : धैया हो या मटकुरिया, भूदा या फिर हीरापुर। आसमान की ओर जहां भी देखें धुंआ ही धुंआ। धनबाद में आग लगने की घटना पहले भी हुई है। पर ऐसा भीषण अग्निकांड पहली बार हुआ। हिल कॉलोनी में केबल में लगी आग से निकले धुंए ने शहर के बड़े हिस्से को अपनी आगोश में ले लिया। काले धुंए का गुबार आसमान में छाया रहा। घटना के कारण रेल एसपी बंग्ले और आसपास के रेल क्वार्टरों को भी खाली करा दिया गया था। आग बुझाने के लिए सात दमकलों की मदद ली गई। बावजूद कम होने के बजाय आग की लपटें बढ़ती गईं। जानकारों का कहना था कि आग की तपिश की वजह से केबल न सिर्फ जल रहे थे बल्कि पिघल भी रहे थे। पिघलते धातु को आग पकड़ चुकी थी और इस वजह से उसे आसानी से बुझाना मुश्किल हो रहा था। तकरीबन आठ से 10 घंटे तक पानी की बौछार के बाद धीरे-धीरे आग बुझ गया।
रेलवे के डिजॉस्टर मैनेजमेंट पर भारी पड़ा स्थानीय लोगों का जज्बा
- बचाव और राहत कार्य के दौरान कई युवाओं के हाथ झुलसे, परवाह छोड़ करते रहे मदद
धनबाद : आग पर काबू पाने में रेलवे के डिजॉस्टर मैनेंजमेंट पर स्थानीय लोगों का जज्बा भारी पड़ा। रेल पुलिस जहां भीड़ नियंत्रण और लाठी भांजने में व्यस्त रही, वहीं स्थानीय लोगों की फौज राहत कार्य में पूरी शिद्दत से लगी रही। भीषण आग की तपिश के बीच उन्होंने केबल ड्रम को एक-एक कर अलग करना शुरू किया। उनकी मदद से ही रेलवे के लगभग 50 केबल ड्रम को बचाया जा सका। इस दौरान कई लोगों के हाथ भी झुलस गये। बावजूद उनके कदम पीछे नहीं हटे और देर शाम तक डटे रहे।
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जूमे की नमाज अदा करने पहुंची थी भीड़, सायरन सुनते ही दौड़ पड़ी
- भीड़ नियंत्रण के रेल पुलिस ने हिल कॉलोनी मार्ग को किया सील, भांजी लाठियां
धनबाद : जिस समय आग लगी उस समय स्टेशन रोड के मजार पर लोग जुमे की नमाज अदा करने पहुंचे थे। अग्निशामक वाहनों के सायरन और धुंए को देख लोगों का हुजूम रेल एसपी बंग्ले की ओर उमड़ पड़ा। उन्हें नियंत्रित करने के आरपीएफ व जीआरपी के जवानों ने लाठियां भी भांजी। बाद में हिल कॉलोनी रेल एसपी बंग्ले से होकर गुजरने वाली सड़क को सील भी कर दिया गया। हालांकि इसके बाद भी शाम तक हुजूम उमड़ा रहा।