यहां मंजिल की राह पर मौत का शिकंजा
धनबाद करोड़ों खर्च कर सड़कें बन रही और मरम्मत भी हो रही है पर छोटी चूक इंसानी
धनबाद : करोड़ों खर्च कर सड़कें बन रही और मरम्मत भी हो रही है, पर छोटी चूक इंसानी खून पीने वाली सड़कों की भूख मिटाने में मददगार हो सकती हैं। शहर के सिटी सेंटर चौक पर रेडियम लगी लोहे की पट्टी लगाई गई है। बरटांड़ की ओर ठीक मुड़ने वाली जगह पर लोहे की पट्टी मुड़कर बाहर निकल गई है। यही हाल बेकारबांध और रांगाटांड़ के पास है। गाड़ियां डिवाइडर पर चढ़ जाएं इसलिए अंतिम छोर पर लोहे की पाइप लगाई गई है। किसी बड़े वाहन से टकराकर लोहे मुड़ गए हैं। थोड़ी सी अनदेखी हुई तो कभी भी वाहन इससे टकरा जाएंगे और बड़ी दुर्घटना होगी। बस एक जोरदार हथौड़ा लगते ही लोहे सीधे हो सकते हैं। पर विभाग को इतनी फुर्सत ही नहीं है। अब चलते हैं कचहरी रोड। यहां से जैसे ही ज्ञान मुखर्जी रोड की ओर मुड़ेंगे, सड़क पर मौत का कुंआ दिख जाएगा। रोजाना हजारों दोपहिया और चार पहिया वाहन यहां से मुड़ते हैं। सावधानी हटी तो दुर्घटना घट जाएगी।
अक्टूबर में तोपचांची में सड़क ने छीनी पांच जिदगी
एक - लालूडीह गांव के बाइक सवार मां-बेटे सबीजन बीबी और परवेज को निमियाघाट के पास स्कॉर्पियो ने रौंद डाला
दो - सतकिरा एनएच पर धनबाद के कार चालक ने 12 साल के बच्चे को कुचल दिया
तीन - गोमो-बाघमारा मार्ग पर बाइक की टक्कर से सुकूडीह की महिला की मौत हो गई
चार - गोमो-तोपचांची के खेशमी गांव में सड़क दुर्घटना में बिशुनपुर के शख्स की मौत हो गई।
कागजों पर बनते हैं ब्लैक स्पॉट, सुधार के सिर्फ दावे
धनबाद : हादसों वाली जगह के लिए ब्लैक स्पॉट निर्धारित तो होते हैं पर वहां सुधार के सिर्फ दावे ही होते हैं। अधिकारी इतना कहकर अपनी जिम्मेदारी पूरी कर लेते हैं कि चिन्हित ब्लैक स्पॉट पर हादसे कम हो इसके बंदोबस्त किए जा चुके हैं।