Dhanbad: शादी की सालगिरह पर युवाओं को दिया संदेश, अपने माता-पिता को बुजुर्ग अवस्था में ना छोड़ें अकेला
लालमणि वृद्धा सेवा आश्रम में निवास करने वाले माता-पिता तुल्य वृद्ध जनों के बीच शनिवार को आश्रम के कार्यकारिणी अध्यक्ष सुधीर वर्णवाल एवं उनकी धर्मपत्नी डा. बी ज्योति ने अपना शादी का 24वां सालगिरह केक काटकर मनाया। आश्रम की ओर से किसी प्रकार की कमी नहीं होगी।
जासं, धनबादः लालमणि वृद्धा सेवा आश्रम में निवास करने वाले माता-पिता तुल्य वृद्ध जनों के बीच शनिवार को आश्रम के कार्यकारिणी अध्यक्ष सुधीर वर्णवाल एवं उनकी धर्मपत्नी डा. बी ज्योति ने अपना शादी का 24वां सालगिरह केक काटकर मनाया। इस अवसर पर आश्रम में रहने वाले वृद्धजनों को उपहार भेंट किए गए तथा स्वादिष्ट भोजन कराए गए। आश्रम के कार्यकारिणी अध्यक्ष सुधीर वर्णवाल ने कहा कि यहां रहने वाले वृद्धजनों को आश्वासन दिया कि आश्रम की ओर से किसी प्रकार की कमी नहीं होगी। इस मौके पर डा. बी ज्योति ने आश्रम में रह रहे लोगों स्वास्थ्य की हाल चाल ली। और समाज के युवाओं को संदेश दिया कि इस प्रकार कोई अपने बुजुर्ग माता-पिता को घर से बाहर ना निकाले। क्योंकि उनके माता-पिता इस वक्त बुजुर्ग है, कल आप भी जब बुजुर्ग होंगे। आपके बच्चे भी इसी तरह व्यवहार करेंगे जो बेहद ही गलत संदेश हमारे समाज को जाएगा।
यादगार तिथि को वृद्धजनों के साथ करें दोगुनी
आश्रम के अध्यक्ष नौशाद गद्दी ने कहा कि आश्रम में रहने वाले वृद्धजनों को माता-पिता के सम्मान माना जाता है। जिले के लोगों से अपील है कि वे भी इसी प्रकार शादी की सालगिरह, जन्मदिन आदि के अवसर पर आश्रम में आकर वृद्धजनों के साथ खुशियां बांटे ताकि वृद्धजनों को अपने बच्चों की कमी महसूस ना हो। इसके अलावा पर्व त्योहारों में भी आश्रम में समाज के कई समाजसेवी खुशियां बांटने आते हैं। जिसे देखकर वृद्धजनों के चेहरे पर खुशी झलक उठती है।