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DMC: गीले कचरे से खाद तैयार कर रहा निगम, भूली में स्थापित किया पहला कंपोजिट पिट

रसोई घर से निकलने वाला गीला कचरा अब धनबाद नगर निगम के लिए सिरदर्दी बनने वाला नहीं है। निगम की ओर से भूली में पहला कंपोजिग पिट शुरू कर दिया गया है। कंपोजिट पिट को ट्रायल के तौर पर शुरू कर दिया गया है।

By Atul SinghEdited By: Published: Wed, 03 Mar 2021 04:19 PM (IST)Updated: Wed, 03 Mar 2021 04:19 PM (IST)
DMC: गीले कचरे से खाद तैयार कर रहा निगम, भूली में स्थापित किया पहला कंपोजिट पिट
रसोई घर से निकलने वाला गीला कचरा अब धनबाद नगर निगम के लिए सिरदर्दी बनने वाला नहीं है। (जागरण)

धनबाद /भूली, जेएनएन : रसोई घर से निकलने वाला गीला कचरा अब धनबाद नगर निगम के लिए सिरदर्दी बनने वाला नहीं है। निगम की ओर से भूली में पहला कंपोजिग पिट शुरू कर दिया गया है। वार्ड संख्या 17 के शनिचरी मैदान के पिछले भाग में कंपोजिग पिट को ट्रायल के तौर पर शुरू कर दिया गया है। इस कंपोजिग पिट में गीले कचरे से खाद बनाने का काम किया जाएगा। इसमें गीले कचरे को कंपोजिगा पिट में डालकर हवा व प्राकृतिक नमी के सहयोग से खाद तैयार किया जाएगा। इसके लिए न महंगे प्लांट की जरूरत है और न ही बड़ी राशि की। लोग अपने घरों में पिट बनाकर घर से निकलने वाले कचरे से खाद बना सकते हैं।

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खाद बनाने की विधि

ए ब्लॉक स्थित शनिचरी मैदान के कूड़ा फेंकने की जगह को सबसे पहले साफ-सुथरा करके यहां 2 कपोजिग पिट बनाए गए, जिनकी गहराई 4 फिट, 4 फिट चौड़ा और 7 फिट लंबा है। इसमें एक बार में 3 टन कूड़ा आ जाता है। इस पिट में गीला कूड़ा ही डाला जाता है। कूड़े से खाद जल्दी बने इसलिए गोबर आदि सभी विधियों को अपनाया गया है। कूड़े से कम्पोस्ट खाद 25 से 30 दिनों में तैयार हो जाती है और एक कपोजीग पिट को तैयार करने के लिए 1500 ईंटें, 4 सीमेंट के थैले, 60 थैले रेत, 2 मिस्त्री, 2 मजदूर 1 दिन में तैयार कर देते हैं। ऐसे में यह कोई बहुत ज्यादा खर्च वाली विधि नहीं है। 

कचरे से खाद

छाताटांड़ अंचल के सिटी मैनेजर कुणाल कुमार सिंह ने बताया कि भूली में घर के गीले कचरे से खाद तैयार की जा रही है। इस विधि के तहत गीले कचरे को कंपोज़िंग पिट में डालकर हवा एवं प्राकृतिक नमी के सहारे खाद तैयार की जाती है। नगर निगम वार्ड 16/17 के सुपरवाइजर मो सरफराज की देखरेख में सभी वार्डों में कचरा कलेक्शन का काम चल रहा है। कलेक्शन के लिए हर घर को दो कूड़ादान, हरे एवं नीले रंग का दिया गया है। एक में गीला कचरा व दूसरे में सूखा कचरा रखा जाता है। प्रतिदिन स्वास्थ्य दूत लोगों के घरों से कचरे का संग्रह कर प्रोसेसिंग यूनिट लायेगे। गीले कचरे को शनिचरी मैदान में बने कंपोज़िंग पिट में डाला जाएगा।


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