पेट्रोल सब्सिडी के लिए धनबाद में 400 कार चालकों ने भी दिए आवेदन, डीटीओ का चकराया माथा
Jharkhand petrol subsidy scheme आवेदन में दोपहिया वाहन का नंबर भी देना है। इसका सत्यापन परिवहन विभाग से कराया जा रहा है। इसी में पता चला है कि धनबाद में करीब 400 कार मालिकों ने भी योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन कर दिया है।
शशिभूषण, धनबाद। झारखंड में 26 जनवरी से पेट्रोल सब्सिडी योजना शुरू हो रही है। इस योजना के लाभुकों को हर महीने 10 लीटर पेट्रोल लेने पर ढाई सौ रुपये की सब्सिडी राज्य सरकार द्वारा दी जाएगी। राज्य के वैसे निवासी जिनके पास राशन कार्ड है और दोपहिया वाहन का उपयोग करते हैं, उन्हें ही सब्सिडी दी जाएगी। योजना का लाभ लेने के लिए बड़ी संख्या में लोग आनलाइन आवेदन कर रहे हैं, पर इसमें भी कई फर्जीवाड़ा करने से बाज नहीं आ रहे हैं। सत्यापन में स्पष्ट हो रहा है कि धनबाद में काफी ऐसे लोग भी आवेदन कर रहे हैं, जिनके पास कार है।
दरअसल, आवेदन में दोपहिया वाहन का नंबर भी देना है। इसका सत्यापन परिवहन विभाग से कराया जा रहा है। इसी में पता चला है कि धनबाद में करीब 400 कार मालिकों ने भी योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन कर दिया है। उन्होंने आवेदन में बाइक की जगह अपनी कार का ही नंबर दर्ज कर दिया था। यही नहीं, कुछ ऐसे लोग भी है जो बाइक नहीं होने पर भी लाभ लेने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने अपने पड़ोसी या रिश्तेदार के बाइक का नंबर दर्ज कर दिया था। सत्यापन के बाद अब तक ऐसे 450 से भी अधिक आवेदनों को परिवहन विभाग ने रद कर दिया है। विभाग को 20 ऐसे आवेदन भी प्राप्त हुए जिनमें अंकित नंबर लग्जरी गाडिय़ों के हैं। इनकी कीमत 10 लाख से भी अधिक है। फिलहाल सत्यापन के बाद 2800 आवेदनों को परिवहन विभाग ने स्वीकृत किया है। परिवहन विभाग के अनुमोदन के बाद सभी आवेदनों को उपायुक्त के पास भेजा जाएगा। वहां से स्वीकृति मिलने के बाद लाभुक के खाते में 250 रुपये भेज दी जाएगी।
इन्हें मिलेगा योजना का लाभ
पेट्रोल सब्सिडी योजना के लिए जिले के सभी लाल कार्डधारी (पीएचएच), पीला कार्डधारी (एएवाइ) तथा हरा राशन कार्डधारी आनलाइन आवेदन कर सकते हैं। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) तथा झारखंड राज्य खाद्य सुरक्षा योजना (जेएसएफएसएस) का जिन्हें लाभ मिलता है, उन्हें ही पेट्रोल सब्सिडी योजना का लाभ मिलेगा।
परिवहन विभाग ने बनाया अलग काउंटर
आवेदन का सत्यापन करने के लिए परिवहन विभाग की ओर एक अलग काउंटर बनाया गया है। वहां डीटीओ के लागिन में आनेवाली आवेदनों की जांच की जा रही है। जांच के दौरान यह देखा जा रहा है कि वाहनों का निबंधन लाभुक के नाम पर है या नहीं? वाहन बाइक है या कार या कोई दूसरी गाड़ी। इसके आधार पर ही आवेदन को स्वीकृत या अस्वीकृत किया जा रहा है।
पेट्रोल सब्सिडी योजना के लाभ के लिए परिवहन विभाग के पास लगातार आवेदन आ रहे हैं। जांच के बाद अब तक 2800 आवेदन सही पाए गए हैं। सभी आवेदनों की तत्परता से जांच की जा रही है।
-ओमप्रकाश यादव, जिला परिवहन पदाधिकारी, धनबाद।