DMC: मुफलिसी में शायर बने धनबाद के पूर्व मेयर, सूबे के खजाने की पोल खोल सीएम पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कोयला रोकने की चेतावनी तो अग्रवाल ने शायर बन झारखंड के खजाने की पोल खोलने में जुट गए। फेसबुक पर लिख डाला-रोज ढिढोरा पीट रहे थे/ देख खजाना खाली है/ कटे जो चौदह सौ करोड़/ वह कौन तिजोरी वाली है।
धनबाद, जेएनएन। मुफलिसी में अच्छे-अच्छे भी शायरी करने लग जाते हैं। अब धनबाद नगर निगम के पूर्व मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल को ही लीजिए। कोरोना के कारण झारखंड की हेमंत सरकार ने नगर निगमों का चुनाव कराया नहीं। साथ ही नगर निगम के बोर्डों के कार्यकाल को विस्तार भी नहीं मिला। ऐसे में धनबाद के पूर्व मेयर झारखंड प्रदेश भाजपा के कार्यसमिति सदस्य शायर बन समय जाया कर रहे हैं। पर खास यह है कि तुकबंदी भी की तो राजनीति पर ही। और वह भी सीधे मुख्यमंत्री पर ही निशाना साधते हुए। तारीफ इस बात की भी करनी होगी कि हमला ऐसे सटीक विषय पर किया कि सामने वाला तिलमिला कर रह जाए। बिलकुल जले पर नमक छिड़कने के अंदाज में।
डीवीसी और जेबीवीएनएल के विवाद में केंद्र द्वारा झारखंड का पैसा काटे जाने को लेकर राजनीति चरम पर है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कोयला रोकने की चेतावनी तो अग्रवाल ने शायर बन झारखंड के खजाने की पोल खोलने में जुट गए। फेसबुक पर लिख डाला-रोज ढिढोरा पीट रहे थे/ देख खजाना खाली है/ कटे जो चौदह सौ करोड़/ वह कौन तिजोरी वाली है।
निगम चुनाव के इंतजार में बैठे मेयर अपने ड्रीम प्रोजेक्ट आठ लेना वाली अटल बिहारी वाजपेयी रोड का हश्र देख यू भी भन्नाए हुए थे। सो मौका मिलते ही भड़ास निकाल ली। कविता को अच्छा रिस्पांस सोशल मीडिया पर मिला है।
लिखी कई छपी कोई नहीं
पेशे से अभियंता पूर्व मेयर बताते हैं कि कविता लिखने का शौक छात्र जीवन से रहा। कई कविताए लिखी। उस वक्त की नामचीन पत्रिकाओं में भेजा भी पर छपी एक भी नहीं।
अग्रवाल की कविता
रोज ढिढोरा पीट रहे थे, देख खजाना खाली है।
कटे जो 1400 करोड़, वो कौन तिजोरी वाली है।
600 करोड़ अभी भी है, मत अपनी मुट्ठी गर्म करो।
झूठ बोल 10 माह हैं काटे, अब तो थोड़ी शर्म करो।
चाप रखे थे 20 अरब, उससे क्या-क्या हो सकता था।
पर सीएम तो था माल दबाए, कांग्रेस का प्रवक्ता था।