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शहीद हीरा झा के स्‍वजनों को उपायुक्त ने प्रदान किए भूमि के कागजात

इस अवसर पर शहीद झा के स्वजनों से बात करते हुए उपायुक्त ने कहा कि भविष्य में किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर वे बेहिचक जिला प्रशासन के पास आ सकते हैं। साथ ही शहीद के परिजनों के बारे में विस्तृत जानकारी हासिल की।

By Atul SinghEdited By: Published: Wed, 19 Jan 2022 04:16 PM (IST)Updated: Wed, 19 Jan 2022 04:16 PM (IST)
शहीद हीरा झा के स्‍वजनों को उपायुक्त ने प्रदान किए भूमि के कागजात
साथ ही शहीद के परिजनों के बारे में विस्तृत जानकारी हासिल की।

जागरण संवाददाता, धनबाद: उपायुक्त संदीप सिंह ने बुधवार को शहीद हीरा झा के परिजनों को भूमि के कागजात प्रदान किए। उपायुक्त ने शहीद हीरा झा की पत्नी बीनू झा के नाम से गोविंदपुर अंचल के मौजा जियलगढ़ा में 12.5 डिसमिल आवासीय तथा गोविंदपुर अंचल के मौजा गहीरा में 3 एकड़ कृषि योग्य भूमि के कागजात बीनू झा के पिता अशोक कुमार झा को प्रदान किया।

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इस अवसर पर शहीद झा के स्वजनों से बात करते हुए उपायुक्त ने कहा कि भविष्य में किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर वे बेहिचक जिला प्रशासन के पास आ सकते हैं। साथ ही शहीद के परिजनों के बारे में विस्तृत जानकारी हासिल की।

इस क्रम में झा ने उपायुक्त को बताया कि उनकी पुत्री वर्तमान में नई दिल्ली में रहकर बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित कर रही है। शहीद की पुत्री कृता दिल्ली की प्रतिष्ठित कालेज लेडी श्रीराम कालेज से अथशास्त्र में प्रतिष्ठा की पढ़ाई कर रही है। जबकि पुत्र ध्रुव एयरफोर्स की बाल भारती स्कूल से अपनी प्रारंभिक पढ़ाई कर रहा है।

गौरतलब है कि धनबाद के गांधी नगर में रहने वाले शहीद हीरा झा 4 जुलाई 2014 को बिहार के जमुई जिले के लखारी गांव में नक्सलियों के साथ हुए मुठभेड़ में शहीद हो गए थे। वे 1999 में बतौर कमीशंड आफिसर केंद्रीय रिर्जव पुलिस फोर्स में जुड़े थे। गिरिडीह शहर के बेस कैंप में उन्हें सूचना मिली थी कि झारखंड - बिहार के सीमा पर नक्सली छिपे हुए है। इसके बाद वे अपने पुलिस बल के साथ सर्च करते-करते जमुई पहुंच गए। तभी नक्सलियों ने उनकी टीम पर अंधाधुंध फायरिंग शुरु कर दी। जवाबी फायरिंग में हीरा झा की कई गोलियां नक्सलियों को लगी। वहीं नक्सलियों द्वारा की गई फायरिंग में वे शहीद हो गए। इस आपरेशन में कई मोस्ट वांटेड नक्सलियों को भी सीआरपीएफ ने गिरफ्तार किया था। सीआरपीएफ से पहले वे बीएसएफ में भी अपनी सेवा दे चुके थे।

इस मौके पर एडीएम (ला एंड आर्डर) डा कुमार ताराचंद, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार विभाग के संजय कुमार झा, आईटी रेवेन्यू रुपेश कुमार मिश्रा भी उपस्थित रहे।


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