Naitonal Power Grid से जुड़ा धनबाद, बिजली आपूर्ति शुरू होते ही खत्म होगी DVC पर निर्भरता Dhanbad News
धनबाद नेशनल पावर ग्रिड से जुड़ गया है। कांड्रा में बने ग्रिड का फिलहाल परीक्षण किया जा रहा है। यहां से बिजली की आपूर्ति शुरू होते ही कोयलांचल को गुणवत्तापूर्ण बिजली मिलने लगेगी।
धनबाद, जेएनएन। धनबाद वासियों को अब जल्द ही बिजली की समस्या से मुक्ति मिलने वाली है। बार-बार बिजली कटौती, शटडाउन, डीवीसी की मनमानी से दो-चार नहीं होना पड़ेगा। विधानसभा चुनाव को देखते हुए जल्द से जल्द गोविंदपुर के कांड्रा नेशनल ग्रिड से पावर सप्लाई करने की योजना है।
झारखंड ऊर्जा संचरण निगम लिमिटेड की टेक्निकल टीम क्रेटल ने कांड्रा नेशनल ग्रिड में लगे पावर ट्रांसफार्मरों का परीक्षण शुरू कर दिया है। क्रेटल के डीजीएम गोविंद यादव के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम ग्रिड में लगे पावर ट्रांसफार्मरों की क्षमता, लोड व बिजली वितरण समेत अन्य पहलुओं का परीक्षण कर रही है। टीम में डीजीएम के साथ जेई विनोद दास गुप्ता और धर्म दास मुर्मू शामिल हैं।
अगले दो दिनों तक परीक्षण होगा। इसके बाद यहां से शहर में बिजली आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी। कांड्रा ग्रिड को दुमका ग्रिड से बिजली मिलेगी। जेयूएसएनएल के एसई रवींद्र रवि ने बताया कि ट्रांसफार्मरों की जांच में और दो दिन तक का समय लग सकता है। इसके बाद जेयूएसएनएल की तकनीकी टीम अफसरों की मौजूदगी में ग्रिड को चार्ज कर लोड दिया जाएगा। अगर सब कुछ सही तरीके से काम करता रहा, तो जल्द ही सरकार के जीरो कट फार्मूला पर धनबाद और आसपास के इलाकों में लोगों को बिजली मिलेगी।
अगस्त में ही होना था उद्घाटनः 31 अगस्त को ही नेशनल ग्रिड के उद्घाटन की बात कही गई थी, लेकिन क्लीयरेंस न मिलने की वजह से इसे चार्ज नहीं किया जा सका। इस बीच प्रधानमंत्री का झारखंड दौरा तय हो गया, इसकी वजह से मुख्यमंत्री का समय भी नहीं मिल सका। कांड्रा नेशनल ग्रिड का उद्घाटन मुख्यमंत्री द्वारा किया जाना है। तकनीकी अड़चन भी इसकी देरी का बड़ा कारण बना। ग्रिड चालू होने से धनबाद के तीन पावर सबस्टेशन को सीधी बिजली आपूर्ति की जाएगी। इसके साथ ही दो समानांतर लाइन भी कांड्रा ग्रिड से धनबाद पहुंचेगी, डीवीसी पर निर्भरता लगभग खत्म हो जाएगी। बिजली जीएम प्रतोष कुमार ने बताया कि ट्रांसमिशन आरके रवि युद्ध स्तर पर परीक्षण में लगे हुए हैं। अभी तक पॉजिटिव रिजल्ट मिला है, बहुत जल्द इसे शुरू कर दिया जाएगा। कांड्रा ग्रिड की क्षमता 400 मेगावाट की है, लेकिन अभी 60 मेगावाट की ही आपूर्ति होगी।