19522 करोड़ से ज्यादा कमाई के साथ धनबाद फिर नंबर वन
भारतीय रेल के नंबर एक पायदान पर रहने वाले धनबाद रेल मंडल ने अपनी बादशाहत बरकरार रखी है।
19522 करोड़ से ज्यादा कमाई के साथ धनबाद फिर नंबर वन
धनबाद : भारतीय रेल के नंबर एक पायदान पर रहने वाले धनबाद रेल मंडल ने अपनी बादशाहत बरकरार रखी है। इस बार भी देशभर को पछाड़ कर नंबर वन पर काबिज हो गया। धनबाद और दक्षिण पूर्व मध्य रेल के बिलासपुर डिविजन के बीच नंबर वन बनने को लेकर कांटे की टक्कर थी। धनबाद ने बढ़त बरकरार रखते हुए 158.72 मिलीयन टन लोडिंग कर एक बार फिर नंबर वन बन गया। रेलवे से जारी आंकड़े के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2021-22 में धनबाद को 19522.89 करोड़ की आमदनी हुई है, जो भारतीय रेल में सबसे अधिक है। लोडिंग बढ़ने के साथ ही आमदनी में 30 फीसद से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है।
मुनाफे की पटरी पर ऐसे दौड़ी रेल :
धनबाद रेल मंडल पांच नवंबर 1951 को अस्तित्व में आया था। डिविजन बनने के 26 साल बाद 1977 में 25 मिलियन लोडिंग कर पहली बार अपनी पहचान बनाई थी। इसके बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। मुनाफे की पटरी पर तेज दौड़ लगाकर 2003 में 50 मिलियन टन और 2014 में 100 मिलियन टन लोडिंग करने वाला डिविजन बना। 2014 में 100 मिलियन टन लोडिंग पूरा होने पर यहां जश्न का माहौल था। इस बार मार्च 2022 का आधा महीना गुजरने से पहले ही 150 मिलियन टन लोडिंग पूरी हो गई। 14 मार्च को डीआरएम आशीष बंसल के साथ तमाम अधिकारियों ने 150 मिलियन टन लोडिंग पूरा होने का जश्न भी मनाया। अब नंबर वन का तमगा मिलने से महकमे में जश्न का माहौल है।
लोडिंग से जुड़ी महत्वपूर्ण तिथियां :
19.03.1977 - 25 मिलियन टन
27.03.2003 - 50 मिलियन टन
25.03.2014 - 100 मिलियन टन
14.03.2022 - 150 मिलियन टन
धनबाद रेल मंडल ने कर्मचारियों के अथक परिश्रम से कई चुनौतियों के बीच नंबर एक का स्थान हासिल किया है। लोडिंग के साथ-साथ यात्री आय में भी बेहतर प्रदर्शन रहा।
- आशीष बंसल, डीआरएम