DGMS ने स्पष्ट कहा सुरक्षा के ठोस इंतजाम के बाद ही शुरू होगा उत्पादन
8 दिसंबर 2020 को खुदिया कोलियरी में दुर्घटना में दो मजदूरों की मौत के बाद से कोलियरी का सुरक्षा कारणों से उत्पादन बंद है। पूर्व विधायक अरूप चटर्जी ने खदान से कोयला उत्पादन चालू करने का आदेश देने की बात कही।
जागरण संवाददाता, धनबाद: 8 दिसंबर 2020 को खुदिया कोलियरी में दुर्घटना में दो मजदूरों की मौत के बाद से कोलियरी का सुरक्षा कारणों से उत्पादन बंद है। खदान में 13 मिलियन गैलन पानी की निकासी पूरी तरह से नहीं की गई है।
इधर खदान से कोयला उत्पादन चालू करने को लेकर जेबीसीसीआइ सदस्य व पूर्व विधायक अरूप चटर्जी ने डीजीएमएस के डीजी प्रभात कुमार से मिलकर खदान से कोयला उत्पादन चालू करने का आदेश देने की बात कही। डीजीएमएस के डीजी प्रभात कुमार ने स्पष्ट रूप से कहा कि खदान चालू होगी, लेकिन ईसीएल प्रबंधन को डीजीएमएस द्वारा दिए गए गाइड लाइन का पूरा पालन करना होगा।
खदान के साथ साथ श्रमिकों को जानमाल की सुरक्षा प्राथमिकता है। चटर्जी ने कहा कि खदान की सुरक्षा को लेकर हम सभी प्रबंधन पर दबाव बनाए हुए है। पानी निकासी का काम लगातार जारी है। पानी निकासी के लिए अतिरिक्त समरसेबल पंप लगाने को लेकर काम किया जा रहा है।
कालीमाटी सीम के पास मोटर पंप लगाया जाएगा। करीब 140 मजदूर दिसंबर माह से बैठे है। कई का तबादला भी कर दिया गया है। जिसके कारण उन्हें भी परेशानी हो रही है। इस लिए डीजीएमएस को इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। चटर्जी ने कहा कि देश को कोयला की आवश्यकता है उस आवश्यकता को पूरा करने के लिए खदान बंद रास्ता नहीं हो सकता। सुरक्षा के साथ उत्पादन चालू हो यह हम सब की जबावदेही होनी चाहिए। श्रमिकों द्वारा एक मास पार्टीशन भी दिया गया। अगर कोलियरी बंद है और श्रमिकों को बैठा कर वेतन दिया जा रहा तो यह राष्ट्रीय नुकसान है | सेफ्टी सदस्य व सीटू के मानस चटर्जी ने बताया कि डीजीएमएस प्रबंधन इस मामले को लेकर ईसीएल प्रबंधन से जल्द ही बातचीत कर खदान चालू करने को लेकर पहल करेगी। ईसीएल प्रबंधन को पूरे प्लान के साथ डीजीएमएस आने के लिए कहा गया है।
मालूम हो कि इस मामले में डीजीएमएस ने खदान सुरक्षा में लापरवाही बरतने के आरोप में एजेंट, मैनेजर, सेफ्टी अफसर, ओवरमैन, सर्वेयर पर केस दर्ज कराया है। वहीं विभागीय कार्रवाई भी इन पर सब की गई है।