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DGMS Exam : डीजीएमएस ने घोषित की प्रबंधन क्षमता की परीक्षा तिथि, 19 से 23 फरवरी तक ऑनलाइन होगी परीक्षा

खान सुरक्षा महानिदेशालय ने प्रबंधन क्षमता प्रमाण पत्र परीक्षा की तिथियां घोषित कर दी हैं। 16 दिसंबर 2020 की मध्य रात्रि में डीजीएमएस के वेबसाइट पर इसे जारी किया गया। परीक्षा कंप्यूटर आधारित होगी। लिहाजा 30 दिन तक अभ्यर्थी अपना आवेदन एवं कागजात ऑनलाइन जमा कर सकेंगे।

By Atul SinghEdited By: Published: Thu, 17 Dec 2020 11:36 AM (IST)Updated: Thu, 17 Dec 2020 11:36 AM (IST)
DGMS Exam : डीजीएमएस ने घोषित की प्रबंधन क्षमता की परीक्षा तिथि, 19 से 23 फरवरी तक ऑनलाइन होगी परीक्षा
खान सुरक्षा महानिदेशालय ने प्रबंधन क्षमता प्रमाण पत्र परीक्षा की तिथियां घोषित कर दी हैं। (प्रतीकात्म्क तस्वीर )

धनबाद, जेएनएन  : खान सुरक्षा महानिदेशालय ने प्रबंधन क्षमता प्रमाण पत्र परीक्षा की तिथियां घोषित कर दी हैं। 16 दिसंबर 2020 की मध्य रात्रि में डीजीएमएस के वेबसाइट पर इसे जारी किया गया। परीक्षा कंप्यूटर आधारित होगी। लिहाजा 30 दिन तक अभ्यर्थी अपना आवेदन एवं कागजात ऑनलाइन जमा कर सकेंगे। जमा करने की अंतिम तिथि 18 जनवरी 2021 की मध्यरात्रि तक है।

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परीक्षा इसके 30 दिन बाद 19 से 23 फरवरी तक ऑनलाइन आयोजित किए जाएंगे। यह परीक्षा धातु खदान एवं कोयला खदान दोनों ही के प्रथम श्रेणी प्रबंधक एवं द्वितीय श्रेणी प्रबंधकों के लिए आयोजित की जाएंगी। धातु खदानों के प्रथम श्रेणी प्रबंधकों को भारतकोश के वेबसाइट पर ₹100 प्रथम श्रेणी के लिए व ₹75 द्वितीय श्रेणी के लिए परीक्षा शुल्क जमा करना होगा। कोयला खदान के प्रथम श्रेणी प्रबंधक के लिए 12 सौ रुपया व द्वितीय श्रेणी प्रबंधक के लिए ₹900 का शुल्क जमा करना होगा।

परीक्षाएं अजमेर, आसनसोल, बेंगलुरु, भिलाई, भुवनेश्वर, बोकारो, कटक, धनबाद, गाजियाबाद, दिल्ली एनसीआर, गोवा, गुवाहाटी, हैदराबाद, जयपुर, जमशेदपुर, नागपुर, रायपुर, रांची और उदयपुर केंद्रों पर आयोजित की जाएगी।

 बता दें कि मंगलवार 15 दिसंबर को ही केंद्रीय श्रम मंत्रालय ने कोयला खान (संशोधन) विनियम 2020 जारी किया था। इसकी अवधि 30 जून 2021 तक रखी गई है। इसका उद्देश्य ही इस अवधि तक खदानों में प्रबंधक, सर्वेयर, ओवरमैन जैसे पदों पर भारी कमी को दूर करने के लिए सक्षमता प्रमाणपत्र परीक्षा आयोजन करवाना है। इस विनियम के तहत कंप्यूटर आधारित परीक्षा की संपूर्ण प्रक्रिया को 60 दिनों में निपटा देना था। पहले की प्रक्रिया में 120 दिन का समय लगता था। बता दें कि वर्ष 2016 के बाद से ही इस तरह की परीक्षाओं का आयोजन नहीं हुआ है। इसके कारण खानों में विशेषज्ञ अधिकारियों की घोर कमी हो गई है।


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