पांच भाई... पांचों के पांच शातिर साइबर अपराधी, इनकी ठग विद्या से देशभर की पुलिस हलकान
मंडल बंधु की तरह दो सगे भाई परवेज अंसारी व ताजमुल अंसारी भी पीछे नहीं हैं। ये सोनारायठाढ़ी के खरबरिया गांव के निवासी हैं। सगे भाइयों के ये गुट ने साइबर ठगी से लोगों की नींद उड़ा रखी थी।
धनबाद/ देवघर, जेएनएन। देशभर में झारखंड के जामताड़ा के साइबर अपराधियों की अलग ही पहचान है। ये अपराधी की कमाई की बदाैलत एसो-आराम की जिंदगी जीते हैं। यह देख जामताड़ा के आसपास के जिलों के युवा साइबर अपराधी की ओर तेजी से आकर्षित हुए हैं। आलम यह है कि एक परिवार में पांच भाई हैं तो पांचों के पांच साइबर अपराधी निकल रहे हैं। ऐसे ही देवघर के पांच सगे भाइयों के गिरोह से देशभर की पुलिस परेशान थी। अब पकड़ में आए हैं। इन साइबर अपराधी बंधुओं की कहानी हैरान करने वाली है।
मंडल बंधु और अंसारी बुंध साइबर ठग पुलिस की गिरफ्त में
देवघर पुलिस ने एक दर्जन से ज्यादा साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इनमें मुकेश मंडल, राकेश मंडल, रमेश मंडल, रूपेश मंडल, उमेश मंडल मारगोमुंडा थाना क्षेत्र के महजोरी गांव के निवासी हैं। ये पांचों सगे भाई हैं। इनके विजय कुमार मंडल, रामचंद्र मंडल व मधु मंडल भी सगे भाई हैं। ये करौं थाना क्षेत्र के दिगबाद निवासी है। साइबर अपराध की दुनिया में पांचों भाइयों ने खूब नाम कमाया है। देशभर में होने वाले साइबर अपराध से इनका नाता जुड़ता रहता है। इनकी तालाश में पुलिस देश के दूसरे राज्यों से झारखंड के देवघर का चक्कर काटती रही है।
अंसारी बंधुओं ने पुलिस की पुलिस की उड़ा रखी थी नींद
मंडल बंधु की तरह दो सगे भाई परवेज अंसारी व ताजमुल अंसारी भी पीछे नहीं हैं। ये सोनारायठाढ़ी के खरबरिया गांव के निवासी हैं। सगे भाइयों के ये गुट ने साइबर ठगी से लोगों की नींद उड़ाए हैं। इनके अलावा पकड़े गए आरोपितों में मोहनपुर का जयकांत यादव व मुन्ना कुमार, घाघरा गांव का परशुराम मंडल, जामताड़ा के नारायणपुर का सुरेंद्र कुमार मंडल भी शामिल हैं। सुरेंद्र दिगबाद गांव निवासी रामचंद्र मंडल के यहां रहता है।
साइबर अपराधियों के पास से मिला मोबाइल और एटीएम कार्ड का जखीरा
साइबर अपराधियों के खिलाफ चल रहे अभियान में देवघर पुलिस को नए वर्ष में पहली बड़ी कामयाबी मिली है। मारगोमुंडा, करौं, सोनारायठाढी व मोहनपुर थाना क्षेत्र में रविवार रात छापेमारी कर पुलिस टीम ने 14 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया गया। इनमें पांच सगे भाई हैं। एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस की दो टीमें बनाई गईं। एक का नेतृत्व डीएसपी नेहा बाला व दूसरी का डीएसपी मंगल सिंह जामुदा कर रहे थे। आरोपितों के पास से चार पहिया वाहन, बाइक, 52 हजार रुपये नकद, 22 मोबाइल, 30 सिम, 21 एटीएम कार्ड, 16 पासबुक, 10 चेकबुक, दो लैपटॉप, चार माइक्रो पोस मशीन बरामद की हैं। पकड़े गए आरोपितों में सीएसपी संचालक ताजमुल अंसारी भी शामिल है। वह कमीशन लेकर साइबर आरोपितों को पैसा निकलवाता करता है। एक अन्य आरोपित मुकेश मंडल को पूर्व में मुंबई पुलिस ने साइबर अपराध के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा था। जबकि पकड़ा गया जयकांत यादव मोहनपुर थाना में छह वर्ष पहले दर्ज एक मामले का फरार आरोपित है। विजय मंडल साइबर अपराध में 2016 में जेल गया था।