बाइक की टक्कर से सब्जी विक्रेता की मौत
जोहार जन आशीर्वाद यात्रा में शामिल बाइक ने धनसार में सब्जी विक्रेता को मारी टक्कर मौके पर हुई मौत
संवाद सहयोगी, धनसार : धनसार स्थित बंद पेट्रोल के समीप बुधवार को भाजपा कार्यकर्ताओं के जुलूस में शामिल एक तेज रफ्तार में लहरिया कट बाइक चला रहे युवक ने सब्जी विक्रेता 41 वर्षीय मोहन साव को जोरदार टक्कर मार दी। मोहन की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। घटना में बाइक पर सवार दो युवक भी घायल हो गए। दोनों घायलों को उसके साथ जुलूस में शामिल अन्य बाइक सवार उठाकर झरिया की ओर भाग गए। दुर्घटनाग्रस्त बाइक घटनास्थल पर ही छूट गई। बाइक सूरज हाड़ी नामक युवक की थी। धनसार पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मुख्यमंत्री रघुवर दास की झरिया में आयोजित जोहार जन आशीर्वाद यात्रा को लेकर भाजपा कार्यकर्ता कतरास मोड़ से बैंक मोड़ तक तेज गति में लहरिया स्टाइल से बाइक चलाते हुए जा रहे थे। तीन बजे चौथाई कुल्ही झरिया निवासी मोहन सब्जी बेचकर बंद धनसार पेट्रोल पंप के पास खाना खा रहा था। तभी सड़क की दूसरी छोर से एक ग्राहक ने मोहन साव को आवाज देकर एक किलो आलू मांगा। मोहन आलू लेकर ग्राहक को देने जा रहा था। तभी जुलूस में शामिल बाइक सवार ने मोहन को जोरदार टक्कर मार दी। बाइक पर सवार दोनों युवक भी रोड पर गिर पड़े।
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परिजन हुए बेहाल : घटना की सूचना पाकर मृतक मोहन का परिवार धनसार पहुंचे। पत्नी उषा देवी, सास जानकी देवी सहित परिजन थाना परिसर में ही विलाप कर रोने लगे। पत्नी यह कहते हुए बेहोश हो रही थी कि किसी तरह सब्जी बेचकर पति घर का जीविका चलाता था। अब पूरे परिवार की जीविका कैसे चलेगी। अन्य महिलाएं उषा को ढांढस बांध रहे थे। मोहन के दो पुत्र रोहन 18 वर्षीय, सोनू 16 वर्षीय व पुत्री नंदिनी 14 वर्षीय हैं। इन लोगों का भी रो रोकर बुरा हाल है।
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मुआवजा के लिए परिजनों ने दिया धरना : मृतक मोहन के परिजन व स्थानीय लोग मुआवजा की मांग को लेकर रात लगभग आठ बजे कतरास मोड़ के पास सड़क के किनारे धरना पर बैठ गये। सूचना पाकर जमसं के संयुक्त महामंत्री अभिषेक सिंह व पूíणमा सिंह मौके पर पहुंची। दुखी परिवार को ढांढस बंधाया। अभिषेक ने परिवार के एक सदस्य को अस्थायी नियोजन दिलाने का आश्वासन दिया। सूचना पाकर झरिया पुलिस भी मौके पर पहुंची। लोगों को समझाकर किसी तरह धरना को हटवाया।
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बाइक की बीमा से परिवार को मुआवजा मिलने की संभावना :
धनसार : सुनने को तो बीमा बहुत छोटा शब्द है। पर हादसों के वक्त यह बहुत काम की हो जाती है। दुर्घटना में जिन्हें नुकसान पहुंचा और जिनसे नुकसान पहुंचा, दोनों के लिए बीमा जरूरी हो जाता है। अधिवक्ता एके सिंह ने बताया कि जब किसी वाहन से किसी की मौत हो जाती है। तब मृतक के परिवार को मुआवजा देने की समस्या आ खड़ी होती है। पीड़ित परिवार जब न्यायालय में क्लेम करता है तो बीमीत वाहन होने पर पीड़ित परिवार को मुआवजा मिला है। अगर वाहन का बीमा नहीं रहा तो वाहन मालिक को ही पीड़ित परिवार को मुआवजा का भुगतान करना पड़ता है। उसकी प्रॉपर्टी भी जब्त हो सकती है। इसलिए वाहन का बीमा अत्यंत जरूरी है। मोहन की जिस बाइक से मौत हुई उसका बीमा है। इससे दुखी परिवार को मुआवजा राशि मिल पाएगी। हालांकि इस परिवार को तत्काल आर्थिक सहयोग की जरूरत है।