Jharkhand Cyber Criminals: बहुत मनबढ़ू यहां के साइबर अपराधी, चोर-चोर का शोर मचा पुलिस की करवाई जमकर धुनाई
बोकारो से जुड़े एक साइबर अपराध के सिलसिले में पुलिस रात एक बजे साइबर अपराधियों को पकड़ने के लिए गई थी। पुलिस ने साइबर अपराधियों को पकड़ भी लिया था। लेकिन चोर कह शोर मचा दिया। इसके बाद पुलिस पर ग्रामीणों ने हमला बोल दिया।
गिरिडीह/ गांडेय, जेएनएन। गांडेय के भेमाल गांव में साइबर अपराधियों को गिरफ्तार करने के लिए आई बोकारो और गांडेय थाना पुलिस के जमादार एवं जवानों पर जानलेवा हमला किया गया। पुलिस वाले सादे लिबास में थे। साइबर अपराधियों ने खुद को बचाने के लिए चोर-चोर का शोर मचाया। इसके बाद पारंपरिक हथियार लेकर 60 से अधिक ग्रामीणों ने पुलिस वालों पर हमला बोल दिया। हालत यह हो गई कि पुलिस वालों को जान बचाने के लिए भागना पड़ा। इसके बाद पुलिस वालों पर पथराव भी किया गया। अंधेरे का फायदा उठा कर साइबर अपराधियों ने पुलिस के वाहन को भी क्षतिग्रस कर दिया। इसके बाद साइबर अपराधी फरार हो गए।
बोकारो से जुड़े एक साइबर अपराध के सिलसिले में पुलिस सोमवार की रात एक बजे साइबर अपराधियों को पकड़ने के लिए गई थी। पुलिस ने साइबर अपराधियों को पकड़ भी लिया था। लेकिन चोर कह शोर मचा दिया। इसके बाद पुलिस पर ग्रामीणों ने हमला बोल दिया। हमले में गांडेय थाना के जमादार बिंदु राम, गांडेय थाना के जवान शिव उरांव, कुणाल शेखर, विकास कुमार, अजय कुमार, बोकारो थाना के आरक्षी प्रशांत कुमार व पुरुषोत्तम शर्मा समेत नौ लोग घायल हुए। घायलों को इलाज के लिए धनबाद के शहीद निर्मल महतो अस्पताल भेजा गया। पुलिस पर हमले की सूचना के बाद एसपी अमित रेणु, प्रशिक्षु आइपीएस सह गांडेय थाना प्रभारी हारिस बिन जमां, सदर एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह घटनास्थल पर गए। अधिकारियों ने रात भर गांव में कैंप किया। मंगलवार को गांडेय थाना में भेमाल गांव के साठ अज्ञात लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस को जान से मारने की नीयत से मारपीट एवं पथराव, सरकारी कार्य में बाधा डालना, पुलिस के वाहन को क्षतिग्रस्त करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया।
कुछ साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए बोकारो पुलिस सोमवार को गांडेय थाना गई। देर रात को भेमाल गांव में छापेमारी के लिए पुलिस अधिकारी एवं जवान पहुंचे। साइबर अपराधियों को पुलिस के आने की भनक लग गई तो उन लोगों ने चोर-चोर का शोर मचा दिया। चोर आने की बात सुन कर पड़ोसी गांवों के भी कुछ लोग दौड़ पड़े। दूर से मारो-मारो की आवाज सुनाई दे रही थी तो नजदीक में दर्जनों लोगों ने पारंपरिक हथियारों के साथ पुलिस वालों को घेर लिया था। पुलिस वालों की पहले ग्र्रामीणों से झड़प हुई। पुलिस वाले कमजोर पडऩे लगे तो भागने में भलाई समझी। घटनास्थल देवघर के मारगोमुण्डा थाना क्षेत्र से सटा है। आक्रोशित ग्रामीणों से बचने के लिए पुलिस वाले भागते हुए मारगोमुण्डा थाना क्षेत्र के कसियाटांड व घाघरा गांव तक चले गए थे। दो जवान प्रशांत कुमार व शिव उरांव गंभीर रुप से घायल थे। पहले उन्हें गिरिडीह सदर अस्पताल ले जाया गया। वहां से शहीद निर्मल महतो स्मारक मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया।