दामोदर नदी में बहाया खतरनाक तरल पदार्थ, रोकी गई झरिया की जलापूर्ति; लाखों की आबादी प्रभावित Dhanbad News
झमाडा और नगर निगम के अधिकारियों ने जामाडोबा का दाैरा किया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए झरिया की जलापूर्ति रोक दी।
झरिया, जेएनएन। देश-दुनिया की सबसे अधिक प्रदूषित नदियों में से एक दामोदर को बचाने के लिए वादा करने के बावजूद इसके किनारे स्थित कल-कारखाने बाज नहीं आ रहे हैं। माैका देख नदी में खतरनाक तरल अपशिष्ट पदार्थ बहा देते हैं। बोकारो की तरफ नदी में काफी मात्रा में तरल अपशिष्ट पदार्थ बहा दिया गया है। इससे नदी का पानी प्रदूषित हो गया है। प्रदूषित पानी पीने से झरिया कोयलांचल के हजारों और लाखों लोग बीमार हो सकते हैं। इसे देखते हुए एहतियातन झारखंड खनिज क्षेत्र विकास प्राधिकार (झमाडा) ने जामाडोबा जल संयंत्र से जलापूर्ति रोक दी है।
दामोदर नदी में काफी मात्रा में तरल अपशिष्ट पदार्थ बहा देने की सूचना मिलने के बाद मंगलवार को झमाडा और नगर निगम के अधिकारियों ने जामाडोबा का दाैरा किया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जलापूर्ति रोक दी। दामोदर नदी के जामाडोबा तट पर स्थित जल संयंत्र से ही झरिया और इसके आस-पास के क्षेत्रों में जलापूर्ति होती है। दामोदर नदी में बहाया गया अपशिष्ट पानी के ऊपर दूर-दूर तक उपलता दिखाई दे रहा है। जामाडोबा पहुंचे झमाडा के टीएम इंद्रेश शुक्ला, एसडीओ पंकज झा, श्रवण कुमार संयंत्र ने वरीय अधिकारी के निर्देश पर अपशिष्ट बहानेवाले स्थल की खोजबीन करते हुए तेलमोचो पुल तक पहुंचे। कर्मियों ने बोकारो स्टील प्लांट से अपशिष्ट को छोड़ने की संभावना जताई है। हालांकि यह जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा। अधिकारियों ने मामले की पूरी जानकारी डीसी अमित कुमार व झमाडा प्रबंधन को भी दी है।
पानी का सेवन नहीं कर रहे पशुः दामोदर नदी में तरल अपशिष्ट को बहाये जाने से पानी प्रदूषित हो गया है। नदी के आसपास चरनेवाले पशु भी पानी को नहीं पी रहे हैं। नदी की मछलियों के मरने की भी बात कही जा रही है। कहा जा रहा है कि नदी में खराब तेल व मोबिल बहाया गया है। इससे पानी जहरीला हो गया है। इसके पीने से गंभीर बीमारी हो सकती है।
दामोदर नदी में तरल अपशिष्ट बहाया गया है। वरीय अधिकारियों को जानकारी दी गई है। जांच-पड़ताल की जा रही है। पानी ठीक होने पर जलापूर्ति की जाएगी।
- पंकज झा, एसडीओ झमाडा जामाडोबा जल संयंत्र।