NIA की एसपी के पिता से 6 लाख रुपये की ठगी, Jamtara की पुलिस अधीक्षक रहते हुए 150 साइबर अपराधियों को भेजा था जेल
Jharkhand Cyber Criminals जया रांची में सिटी एसपी थी। इसके बाद उन्हें जामताड़ा एसपी बनाया गया था। जामताड़ा एसपी रहते उन्होंने साइबर अपराधियों का जीना मुहाल कर दिया था। अभी वे केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर एनआइए में पदस्थापित हैं। उनके पिता के बैंक एकाउंट को साइबर अपराधियों ने निशाना बनाया है।
जागरण संवाददाता, साहिबगंज। इसे संयोग कहें या जान बूझकर किया गया अपराध, जो भी हो, साइबर अपराधियों ने ढीठई का काम किया है। आइपीएस अधिकारी जया राय के पिता डॉक्टर एनआर राय को निशाना बनाया है। राय के बैंक खाते से 5.90 लाख रुपये खींच लिए हैं। जया फिलहाल केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर NIA में सेवा दे रही हैं। वह जामताड़ा की पुलिस अधीक्षक रह चुकी हैं। जामताड़ा में रहते हुए साइबर अपराधियों के खिलाफ अभियान चलाया था। अब सवाल यह है कि क्या साइबर अपराधियों ने जान बूझकर राय के पिता को निशाना बनाया है। साहिबगंज के पुलिस अधीक्षक अनुरंजन किस्फोट्टा ने मामले को गंभीरता से लिया है। जया के पिता के खाते से रुपये उड़ाने वाले अपराधियों को हर हाल में पकड़ने का टास्क मातहत अधिकारियों को दिया है।
जया के पिता ने साहिबगंज नगर थाने में दर्ज कराई प्राथमिकी
साइबर अपराधियों के गढ़ जामताड़ा की पुलिस अधीक्षक रह चुकी जया राम के पिता डाक्टर एनआर राय के बैैंक खाते से साइबर अपराधियों ने 5.90 लाख रुपये उड़ा लिए हैैं। जया राय के पिता डाक्टर एनआर राय ने साहिबगंज नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है। एसडीपीओ राजेंद्र दुबे ने छानबीन की है। साहिबगंज एसपी अनुरंजन किस्पोट्टïा ने अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देश दिया है कि चिकित्सक के साथ ठगी करने वाले साइबर अपराधी किसी भी हालत में पकड़े जाने चाहिए।
स्टेट बैंक के खाते से उड़ाए रुपये
पुलिस अनुसंधान में यह बात आई है कि डाक्टर एनआर राय की बैैंक खाता भारतीय स्टेट बैैंक की मुख्य शाखा में है। मंगलवार को संदेश आया कि उनके मोबाइल नंबर बंद होने वाला है। मोबाइल को चालू रखना है तो दिशा निर्देश के मुताबिक काम करे। वे समझ नहीं पाए कि उनके साथ साइबर ठगी हो रही है। अपराधियों ने उनसे ओटीपी लिया और उनके बैैंक खाते से रुपये निकाल लिए। कुछ देर बाद चिकित्सक को संदेश आया कि उनके बैैंक खाते से बड़ी रकम निकल चुकी है। वे तुरंत भारतीय स्टेट बैैंक की मुख्य शाखा में गए। वहां उन्हें सलाह दी गई कि तुरंत पुलिस को सूचना दे। चिकित्सक एनआर राय को अंदाजा नहीं था कि इस तरीके से भी साइबर ठगी हो सकती है।
एनआइए की एसपी, जामताड़ा में रहते हुए 150 साइबर अपराधियों को भेजा था जेल
बता दें कि जया राय रांची में सिटी एसपी थी। इसके बाद उन्हें जामताड़ा एसपी बनाया गया था। वह 8 दिसंबर, 2016 से 22 नवंबर, 2018 तक जामताड़ा की एसपी रही। जामताड़ा एसपी रहते उन्होंने साइबर अपराधियों का जीना मुहाल कर दिया था। उन्होंने 150 से ज्यादा साइबर अपराधियों को जेल भेजा था। अभी वे केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर एनआइए में पदस्थापित हैं। कहा जा रहा है कि राय ने साहिबगंज एसपी से संपर्क साधा है। इसके बाद पुलिस घटना को अंजाम देने वाले साइबर अपराधियों तक पहुंचने के लिए रेस है।