साइबर अपराधियों ने बदला ठगी का तरीका, CBSE परीक्षा में नंबर बढ़ाने के नाम पर अभिभावकों को कर रहे फोन
सीबीएसई की परीक्षा दे चुके छात्र-छात्राओं के अभिभावकों को साइबर अपराधी फोन कर रहे हैं। अपराधी अभिभावकों को फोन पर यह बता रहे हैं कि उनके बच्चे का नंबर कम है।
पाकुड़, जेएनएन। साइबर अपराधियों ने ठगी का ट्रेड बदल दिया है। पहले एटीएम खराब होने, बैंक खाता को बंद कर देने सहित पुरस्कार देने के नाम पर लोग ठगे जाते रहे हैं। अब स्थिति बदली है। साइबर अपराधियों ने ठगने का तरीका बदल लिया है। लक्षमी के लिए सरस्वती को ढाल बनाया जा रहा है। परीक्षा की कॉपी जांच कर नंबर बढ़ाने के नाम पर अभिभावकों को ठगने का प्रयास किया जा रहा है। ताजा मामला पाकुड़ जिले के संत डॉन बॉस्को स्कूल का है।
डॉन बॉस्को स्कूल के माध्यम से सीबीएसई बोर्ड की परीक्षा दे चुके छात्र-छात्राओं के अभिभावकों को साइबर अपराधी लगातार फोन कर रहे हैं। अपराधी अभिभावकों को फोन पर यह बता रहे हैं कि उनके बच्चे का नंबर कम है। खर्च करने पर नंबर बढ़ाकर उसे पास कर दिया जाएगा। अपराधी कभी गणित तो कभी अंग्रेजी विषय में कम अंक लाने की बात कह रहे हैं। अपराधियों यह भी कह रहे हैं कि समय कम है। पैसा नही देने पर बच्चा फेल भी कर सकता है। अपराधी अपना एकाउंट नंबर भी दिया है। कहा कि इसी एकाउंट नंबर में रुपये डालने पर काम हो जाएगा।
अपराधी अपने को रांची सीबीएसई बोर्ड के पदाधिकारी बता रहे हैं। इस तरह का मामला दूसरे निजी स्कूलों में भी आया है। साइबर अपराधी ने अबतक 20 से भी अधिक अभिभावकों को फोन किया है। फोन करने के बाद अभिभावकों में बेचैनी देखी जा रही है। अभिभावक लगातार स्कूल प्रबंधन के संपर्क में है। हालांकि अभी तक एक भी अभिभावक साइबर अपराधी के झांसे में नही आए हैं।
डॉन बॉस्को स्कूल के निदेशक सह प्राचार्य शिवशंकर दूबे ने अभिभावकों को सतर्क रहने को कहा है। स्कूल की ओर से छात्र-छात्राओं और अभिभावकों के लिए बनाए गए वाट्सएप ग्रुप में प्राचार्य ने संदेश शेयर किया है कि ठग के झांसे में नही आएं। एसपी मणिलाल मंडल ने कहा कि अभी तक इस तरह के मामले मेरे संज्ञान में नही आया है। शिकायत मिलने पर अपराधी के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जाएगी।