Move to Jagran APP

Cyber Fraud in Dhanbad: धनबाद में एक बार फिर से साइबर ठगी, अपराधियों ने दंपती के खाते से उड़ाए चालिस हजार

पुलिस साइबर क्राइम पर अंकुश लगाने की बजाय सुरक्षा का हवाला देकर धनबाद शहर में करीब एक दर्जन एटीएम बंद करा चुकी है। सोामवार को एक बार फिर एक दंपत्ति साइबर अपराधियों के निशाने पर आए। और साइबर ठगी का शिकार हो गए।

By Atul SinghEdited By: Published: Mon, 14 Dec 2020 02:58 PM (IST)Updated: Mon, 14 Dec 2020 02:58 PM (IST)
Cyber Fraud in Dhanbad: धनबाद में एक बार फिर से साइबर ठगी, अपराधियों ने दंपती के खाते से उड़ाए चालिस हजार
सोामवार को एक बार फिर एक दंपत्ति साइबर अपराधियों के निशाने पर आए। (जागरण प्रतीकात्त्मक तस्वीर)

धनबाद, जेएनएन: -  पुलिस साइबर क्राइम पर अंकुश लगाने की बजाय सुरक्षा का हवाला देकर धनबाद शहर में करीब एक दर्जन एटीएम बंद करा चुकी है। सोामवार को एक बार फिर एक दंपत्ति साइबर अपराधियों के निशाने पर आए। पुटकी के रहने वाले दिवाकर पांडेय और उनकी पत्नी आरती देवी के क्रेडिट कार्ड से साइबर अपराधियों ने 40 हजार की खरीदारी कर ली है। भुक्तभोगी आरती देवी ने बताया कि एक नंबर से कॉल आया। जब मैने पूछा तो उसने कहा कि बैंक से बोल रहे हैं आपके कार्ड पर एक ओटीपी आया है जल्दी से बता दिजीए नहीं तो कार्ड ब्लॉक हो जाएगा। जैसे ही ओटीपी बताया तो मेरे मोबाइल पर 40 हजार रुपये खरीदारी करने का मैसेज आया। आरती देवी ने इस बाबत थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है।

loksabha election banner

साइबर ठगी का शिकार हुए पुटकी निवासी दिवाकर पांडेय

वहीं धनबाद जिले में दर्ज होने वाले साइबर अपराध के आंकड़ों पर गाैर करे तो यहां ठगी करनेवाले नटवरलालों की संख्या कम नहीं है। प्रत्येक साल 500 के करीब लोग साइबर ठगी का शिकार हो रहे है। घटना की प्राथमिकी जिले के विभिन्न थानों में दर्ज होती है। कहीं नौकरी के नाम पर ठगा गया, तो कहीं जमीन बेचने के नाम पर लोगों से लाखों की ठगी हुई। इतना नहीं, तकरीबन दो दर्जन से भी अधिक लोगों को साइबर अपराधियों ने ही लाखों का चूना लगाया है, जिसमें पुलिसकर्मियों के साथ शहर के कई व्यवसायी, सरकारी कर्मी आदि शामिल हैं। यदा कदा साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी भी हुई है पर ठगी के शिकार अधिकांश लोगों के लाखों रुपये बरामद नहीं हो पाए। गत वर्ष पूरे साल पुलिस साइबर अपराधियों की धरपकड़ में सक्रिय रही है, पर अपराधी पुलिस को चकमा देते रहे। साइबर अपराधियों ने अधिकांश ठगी एटीएम के जरिए किया है। लिहाजा थक हार कर पुलिस शहर के एटीएम को असुरक्षित मान बंद भी करवाना ही सुरक्षित समझ रही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.