टुंडी में कुल्हाड़ी मारकर हत्या, दो गिरफ्तार
टुंडी टुंडी थाना क्षेत्र के मंझिलाडीह मिश्रा टोला निवासी 32 वर्षीय शेखर कुमार मिश्रा की बीते मंगलवार को आपसी विवाद को लेकर कुल्हाड़ी से प्रहार कर नृशंस हत्या कर दी गई।
टुंडी : टुंडी थाना क्षेत्र के मंझिलाडीह मिश्रा टोला निवासी 32 वर्षीय शेखर कुमार मिश्रा की बीते मंगलवार को आपसी विवाद को लेकर कुल्हाड़ी से प्रहार कर नृशंस हत्या कर दी गई। मृतक का शव कोल्हर स्थित जोरिया के पास आधी रात को बरामद किया गया। पुलिस ने इस मामले में मंझिलाडीह गांव के दो युवकों को गिरफ्तार किया है। पुलिस पूछताछ में दोनों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। पुलिस ने पकड़े गए युवकों की निशानदेही पर उसके घर के पास से हत्या में प्रयुक्त खून से लथपथ कुल्हाड़ी एवं कपड़ा बरामद किया है। शराब पीने के बाद हुआ विवाद : शेखर कुमार मिश्रा मंगलवार की दोपहर अपने गांव मंझिलाडीह दुबराजपुर स्थित राबराबांध तालाब में मछली चोरी होने से बचाने के लिए तालाब में बांस डालने के लिए अपने ही गांव के दो मजदूर 30 वर्षीय विजय रजवार तथा 28 वर्षीय सुमेश रजवार उर्फ डीलर के साथ बांस काटने के लिए धाबाटांड़ गए थे। इसी दौरान शेखर ने दोनों मजदूरों के साथ बांस काटकर तालाब में डाल दिया। इसके बाद तीनों ने पास के जोरिया में मछली पकड़ने वालों से मछली खरीदा और बगल के गांव में जमकर मछली के साथ शराब पी और वहां से चल दिए। जोरिया पार करने के बाद दोनों मजदूरों ने शेखर से मजदूरी की राशि मांगी। जिसपर शेखर मिश्रा ने कहा कि मजदूरी से ज्यादा तुम दोनों को मछली एवं शराब पिलाने में खर्च कर दिया। इसी बात को लेकर विजय रजवार व शेखर मिश्रा के साथ कहासुनी और हाथापाई हो गई। इस दौरान विजय रजवार काफी उग्र हो गया। इसके बाद वह कुल्हाड़ी से शेखर मिश्रा की कनपटी के पास तीन जोरदार प्रहार कर उसे वहीं ढेर कर दिया। घटना को अंजाम देने के बाद दोनों युवक अपने अपने घर आ गए। इधर शाम सात बजे तक जब शेखर घर नहीं पहुंचा तो परिजनों ने उसकी खोजबीन शुरू की। मृतक के परिजनों को इस बात की जानकारी थी कि विजय एवं सुमेश के साथ शेखर बांस काटने के लिए गया था। परिजन सबसे पहले विजय रजवार के घर पहुंचे तो उसकी पत्नी ने बताया कि उसका पति अत्यधिक शराब पीने के कारण बेसुध सोया हुआ है और वह कुछ बताने की स्थिति में नहीं है। इसके बाद शेखर के परिजन सुमेश से मिले। उसने बताया शेखर वहीं रह गए थे। हमलोग घर चले आए थे।
इसके बाद परेशान परिजन उसे साथ लेकर खोजबीन के लिए राबना बांध की ओर गए। इस दौरान लगभग रात 12 बजे तक सभी शेखर की खोज करते रहे। बाद में एक महिला ने बताया कि शाम पांच बजे जोरिया के पास शेखर तथा दोनों मजदूरों की बीच झगड़ा कर रहे थे। तब शेखर के परिजनों ने जोरिया के तरफ खोजबीन शुरू की। जहां वन विभाग के जंगल झाड़ियों के बीच खून से लथपथ शेखर का शव पड़ा मिला। इसकी सूचना परिजनों ने टुंडी पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस पहुंची ने पूरे मामले की जानकारी लेकर त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों मजदूरों को उसके घर से दबोच लिया।
पहले तो दोनों ने खुद को निर्दोष बताया। लेकिन जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो दोनों ने हत्या की बात स्वीकार कर लिया। दोनों की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त कुल्हाड़ी व खून से सना कपड़ा भी बरामद कर लिया गया। मामले के अनुसंधान के लिए पहुंचे डीएसपी हिमांशु चंद्र मांझी ने बताया कि तालाब में बांस काटने के दौरान चारों लोगों ने शराब पी और लौटने के क्रम में आपस में कहासुनी हो गई थी।