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कोविड- 19 टेलीमेडिसिन स्टूडियो दोबारा शुुरू, चिकित्सकीय परामर्श के साथ मरीजों की हो रही काउंसिलिंग

जिले के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीजों को दूर बैठकर चिकित्सीय परामर्श देने तथा उनका बेहतर इलाज करने के उद्देश्य से सर्किट हाउस में स्थापित कोविड- 19 टेलीमेडिसिन स्टूडियो को एक बार फिर सक्रिय कर दिया गया है।

By Deepak Kumar PandeyEdited By: Published: Wed, 07 Apr 2021 04:25 PM (IST)Updated: Wed, 07 Apr 2021 04:25 PM (IST)
कोविड- 19 टेलीमेडिसिन स्टूडियो दोबारा शुुरू, चिकित्सकीय परामर्श के साथ मरीजों की हो रही काउंसिलिंग
धनबाद के सर्किट हाउस में मंगलवार से शुरू किया गया कोविड 19 टेलीमेडिसिन स्टूडियो।

जागरण संवाददाता, धनबाद: जिले के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीजों को दूर बैठकर चिकित्सीय परामर्श देने तथा उनका बेहतर इलाज करने के उद्देश्य से सर्किट हाउस में स्थापित कोविड- 19 टेलीमेडिसिन स्टूडियो को एक बार फिर सक्रिय कर दिया गया है। उपायुक्त उमा शंकर सिंह के निर्देश पर

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इस केंद्र के माध्‍यम से मरीजाें को आवश्यक चिकित्सीय परामर्श एवं उपचार के साथ साथ मानसिक परामर्श भी दिया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि विगत वर्ष 27 अगस्त 2020 को इसकी शुरुआत की गई थी।

इस संबंध में उपायुक्त ने बताया कि विगत दिनों जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इसके मद्देनजर मंगलवार से सर्किट हाउस में कोविड 19 टेलीमेडिसिन स्टूडियो को पुनः प्रारम्भ किया गया है।

उन्होंने बताया कि वर्तमान में डॉ एम नारायण एवं डॉ अरविंद कुमार द्वारा विभिन्न कोविड अस्पतालों में भर्ती मरीजों को ऑनलाइन परामर्श दिया जा रहा है। आने वाले दिनों में संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने पर चिकित्सकों की संख्या भी टेलीमेडिसिन स्टूडियो में बढ़ाई जाएगी।

उन्होंने बताया कि प्रतिदिन दो बार प्रत्येक मरीज को अनुभवी तथा विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा चिकित्सकीय तथा मानसिक परामर्श उपलब्ध कराया जा रहा है। विशेष परिस्थिति में आवश्यकता पड़ने पर अस्पताल में मौजूद चिकित्सक तथा टेलीमेडिसिन स्टूडियो में उपलब्ध चिकित्सक आपस में परामर्श कर मरीज को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराते हैं।

परामर्श देने से पहले संबंधित अस्पताल के एएनएम ने मरीज का रक्तचाप, पल्स रेट तथा उनका पूरा विवरण तैयार करके रखा। डॉक्टर के सामने मरीज को उपस्थित करने के साथ ही एएनएम ने मरीज का विवरण डॉक्टर को उपलब्ध कराया। इसके बाद डॉक्टरों ने मरीज से बात की। उनका हेल्थ स्टेटस जाना। चिकित्सीय परामर्श के साथ मानसिक परामर्श भी दिया। आवश्यकता के अनुसार कुछ मरीजों को दवाइयों का प्रिस्क्रिप्शन भी दिया।

उन्होंने बताया कि सिस्टम को और बेहतर बनाने के लिए लगातार इसकी मॉनिटरिंग की जा रही है। मरीजों को चिकित्सकीय एवं मानसिक परामर्श के साथ उनकी समस्याओं का भी समाधान किया जा रहा है। 


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