देश जीतेगा, टीबी हारेगा अभियान के तहत अब तक 455 लोगों की टीबी जांच
देश जीतेगा टीबी हारेगा अभियान के तहत जिले में लोगों की टीबी की जांच शुरू हुई है। जिला यक्ष्मा विभाग की टीम 8 भागों में बैठकर संबंधित प्रखंड में जांच शुरू की है। अभियान के पांच दिनों में 455 लोगों की सैंपल जांच की गई है।
धनबाद, जेएनएन: देश जीतेगा, टीबी हारेगा अभियान के तहत जिले में लोगों की टीबी की जांच शुरू हुई है। जिला यक्ष्मा विभाग की टीम 8 भागों में बैठकर संबंधित प्रखंड में जांच शुरू की है। अभियान के पांच दिनों में 455 लोगों की सैंपल जांच की गई है। इसमें अभी 13 टीबी के मरीज मिले हैं। जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ जफरूल्ला ने बताया कि केंद्र सरकार ने पूरे देश से टीबी के खात्मे के लिए यह अभियान चला रही है। सरकार की कोशिश है कि 2024 तक देश से टीबी का उन्मूलन कर दिया जाए। इसके लिए घर घर जाकर टीबी के नए मरीजों की खोज व पहचान की जा रही है। धनबाद में यह अभियान 14 जनवरी तक चलेगा।
लॉकडाउन के कारण प्रभावित हो गई थी जांच
धनबाद में लॉक डाउन के कारण टीबी के मरीजों की जांच प्रभावित हो गई थी। दरअसल, टीबी जांच में जितने भी लैब टेक्नीशियन लगे थे। इसमें अधिकांश की तैनाती कोरोना वायरस की जांच के लिए लगा दी गई थी। अब वायरस के संक्रमण के मामले कम हुए हैं, तो लैब टेक्नीशियन को वापस टीबी जांच के कार्यों में लगाया जा रहा है। यही कारण है कि टीबी की जांच तेजी से शुरू की जा रही है।
टीबी को मरीजों को मिलता है प्रतिमाह 500 रुपए
केंद्र सरकार ने टीबी के मरीजों को पोषण युक्त भोजन के लिए प्रतिमाह 500 पेंशन दे रही है। दरअसल, टीबी की बीमारी वैसे इलाकों में ज्यादा होती है। जिसमें पौष्टिक भोजन की कमी, स्लम एरिया में रहने वाले ज्यादा लोग होते हैं। इसलिए टीबी की पहचान के बाद इन लोगों को 500 रुपए तब तक दिए जाते हैं। जब तक उनकी दवा की कोर्स खत्म नहीं हो जाती है। धनबाद में फिलहाल तीन हजार टीबी के मरीज हैं।
वर्जन
जिले में टीबी पर अभियान चल रहा है। वैसे लोगों से अपील है, जिन्हें दो सप्ताह से ज्यादा खांसी है, तो वह अपने निकटवर्ती सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में जांच करवा सकते हैं। जांच से लेकर दवा तमाम सेवाएं निशुल्क उपलब्ध है।
डॉ. जफरुल्ला, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी, धनबाद