'तब्लीगी जमात के चलते झारखंड में फैला कोरोना, यूपी के CM की तरह हेमंत सोरेन भी ऐसे लोगों पर लगाएं रासुका' Dhanbad News
पूर्व श्रम मंत्री राज पलिवार ने कहा कि झारखंड में कोरोना के फैल रहे संक्रमण की जिम्मेदारी तब्लीगी जामत की है। पूर्व मंत्री ने रविवार को एक कार्यक्रम के दौरान यब बातें कहीं।
धनबाद, जेएनएन। प्रधानमंत्री ने कोरोना को समाप्त करने के लिए देश में लॉकडाउन किया। लॉकडाउन के चलते कोरोना के मरीजों की संख्या भी कम हो गई। लेकिन, तब्लीगी जमात के लोगों के चलते कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ गई है। यह बातें पूर्व श्रम मंत्री राज पलिवार ने कहीं। वे रविवार को एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि झारखंड में कोरोना के फैल रहे संक्रमण की सारी जिम्मेदारी तब्लीगी जामत के लोगों की है।
कोने-कोने में घूमकर कर रहे नापाक हरकत : राज पलिवार ने कहा कि जिस प्रकार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐसे लोगों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत मामला दर्ज किया है, उसी तरह झारखंड सरकार से आग्रह करता हूं कि तब्लीगी जमात के लोग जो झारखंड के कोने-कोने में घूम-घूमकर नापाक हरकत करने का काम कर रहे हैं। इनपर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत मामला दर्ज होना चाहिए।
पूर्व मंत्री ने कहा कि सरकार प्रचुर मात्रा में असहायों तक राहत सामग्री पहुंचाने का काम करे। मधुपुर के युवाओं व व्यवसायियों द्वारा दान देकर जो राहत सामग्री का वितरण किया जा रहा है, वह काबिले तारीफ है। इससे पूर्व वह अग्रसेन भवन गए, जहां उन्होंने आपदा राहत समिति को 11 हजार की सहयोग राशि सौंपी। यहां से रामकृष्ण मिशन मठ गए। जहां मठ के महंत स्वामी को भी 11 हजार की सहयोग राशि दी। पूर्व मंत्री राज पलिवार ने कहा कि दुनिया के सभी देश कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहे हैं। भारत इससे अछूता नहीं है।
राज ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस प्रकार से देश की जनता को कोरोना महामारी से बचाने के सार्थक प्रयास में जुटे हुए हैं, वह काबिले तारीफ है। जरूरत है प्रधानमंत्री कोष में अपनी भागीदारी निभाने की। देश की जनता और खासकर पार्टी कार्यकर्त्ता व समर्थकों उक्त कोष में कुछ न कुछ सहयोग राशि जमा करें।
उन्होंने पार्टी कार्यकर्त्ताओं से राहत कोष में कम से कम एक सौ रुपये जमा करने के साथ 10 कार्यकर्त्ताओं को दान करने के लिए प्रेरित करने की अपील की। मौके पर अनुमंडल पदाधिकारी योगेंद्र प्रसाद, कार्यपालक दंडाधिकारी संजय कुमार सिन्हा, अरविंद कुमार, कन्हैया लाल कन्नू, संजय तिवारी, बिनू यादव, सचिन रवानी, अवनी भूषण, वार्ड पार्षद विवेक बथवाल, अमित मिश्रा व अन्य मौजूद थे।