झारखंड के तालझारी में Vaccination के लिए बीडीओ की अनूठी पहल, टीका प्रमाण पत्र दिखाने पर ही बैंकों से रुपये की निकासी
Vaccination in Sahibganj एसबीआइ महाराजपुर के शाखा प्रबंधक कृष्ण कुमार कहते हैं कि बीडीओ की इस पहल के बेहतर परिणाम मिले। प्रारंभिक दिनों में कुछ परेशानी हुई। लेकिन अब परेशानी नहीं होती है। वे कहते हैं कि लोग पैसे निकालने के लिए बैंक आए और कहने पर टीकाकरण करा लिया।
साहिबगंज [ डाॅ. प्रणेश, साहिबगंज ]। Vaccination in Sahibganj टीकाकरण को प्रोत्साहित करने के लिए तालझारी के प्रखंड विकास पदाधिकारी साइमन मरांडी ने अनूठा तरीका अपनाया है। उन्होंने क्षेत्र में आनेवाले सभी ग्राहक सेवा केंद्र व बैंकों को स्पष्ट निर्देश दे दिया है कि 45 साल से अधिक उम्र का कोई व्यक्ति अगर पैसे की निकासी करने आता है तो उससे टीकाकरण प्रमाणपत्र की मांग करें। प्रमाणपत्र दिखाने पर ही उसे बैंक या ग्राहक सेवा केंद्र में प्रवेश करने दें और रुपया जमा अथवा निकासी करनें दें। इस कोशिश का परिणाम भी बेहतर रहा। आदिवासी बहुल क्षेत्र होने के बावजूद विगत पांच मई को जारी आंकड़ों के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों में पहले स्थान पर था। प्रखंड के 21 फीसद लोगों ने पहला डोज ले लिया था। जिले का सदर प्रखंड इससे मात्र एक फीसद आगे था। इस तिथि तक मात्र 31 फीसद लोगों का दूसरा डोज पेंडिंग था। बरहड़वा में 53 फीसद तो बोरियो में 51 फीसद लोगों का दूसरा डोज पेंडिंग था।
क्यों पड़ी जरूरत
एक अप्रैल को पूरे देश में 45 साल से अधिक उम्र के लोगों का टीकाकरण शुरू हुआ। इसी क्रम में तालझारी में भी अभियान शुरू हुआ। इसी क्रम में 16 अप्रैल को जिलास्तरीय टास्क फोर्स की बैठक हुई। इसमें समीक्षा के दौरान यह बात सामने आयी कि प्रखंड टीकाकरण में काफी पीछे है। डीसी रामनिवास यादव ने इसे बढ़ाने का निर्देश दिया। इसके बाद उसी दिन बीडीओ ने सभी बैंक प्रबंधक के नाम एक आदेश निकाला जिसमें प्रखंड में आगामी दिनों में लगनवाले टीकाकरण शिविरों की जानकारी देते हुए कहा कि बैंक व ग्राहक सेवा केंद्रों में आनेवाले लोगों को टीकाकरण का प्रमाणपत्र लेकर आने को कहें। इसके बाद ही उन्हें बैंकिंग की अनुमति दें। इस क्रम में प्रारंभिक दिनों में कुछ लोगों ने सवाल-जवाब किया लेकिन समझाने के बाद वे मान गए और बैंक आने से पूर्व टीकाकरण केंद्र पर जाने लगे।
राशन डीलर भी कर रहे जागरूक
राशन डीलरों को भी उनके यहां आनेवाले लोेगों को जागरूक करने को कहा। बीडीओ ने लगातार इसकी मॉनीटरिंग शुरू कर दी। इस क्रम में कई आदिवासी गांवों में जाने पर उनसे टीका को लेकर तरह-तरह के सवाल पूछे गए। मौजूद जागरूकता संबंधी सामग्री हिंदी में थी। ऐसे में बीडीओ ने उसका स्वयं संताली में अनुवाद किया। संताली भाषा में अपील को रिकार्ड कर गांवों में ध्वनि विस्तारक यंत्रों के माध्यम से लोगों तक पहुंचवाया। परिणामस्वरूप टीकाकरण की रफ्तार बढ़ गई। उपायुक्त ने भी बीडीओ के इस कदम की सराहना की।
क्या कहते हैं शाखा प्रबंधक
एसबीआइ महाराजपुर के शाखा प्रबंधक कृष्ण कुमार कहते हैं कि बीडीओ की इस पहल के बेहतर परिणाम मिले। प्रारंभिक दिनों में कुछ परेशानी हुई। लेकिन अब परेशानी नहीं होती है। वे कहते हैं कि लोग पैसे निकालने के लिए बैंक आए और कहने पर तुरंत जाकर टीकाकरण करा लिया। करणपुरा में एसबीआइ का ग्राहक सेवा केंद्र चलाने वाले दिलीप साव कहते हैं कि प्रशासन की इस पहल से टीकाकरण में काफी तेजी आयी। करणपुरा के सुदाम मंडल कहते हैं कि उन्होंने टीकाकरण नहीं कराया था लेकिन सीएससी में गए तो वहां टीकाकरण कराकर आने को कहा गया। इसके बाद जाकर टीका लगवा लिया। करणपुरा की ही ओसिमा देवी व बड़ा तलबन्ना की बड़की किस्कू ने भी सीएससी संचालक के कहने पर टीकाकरण करा लिया।
आदिवासी बहुल प्रखंड होने के कारण प्रारंभ में यहां टीकाकरण की रफ्तार काफी धीमी थी। लगातार लोगों को टीकाकरण के बारे में जागरूक किया गया। 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को बैकिंग सेवा का लाभ लेने के लिए टीकाकरण अनिवार्य कर दिया गया। इसका परिणाम बेहतर रहा। आज तालझारी प्रखंड टीकाकरण के मामले में ग्रामीण क्षेत्रों में सबसे आगे है।
-साइमन मरांडी, बीडीओ, तालझारी, साहिबगंज